मुख्यपृष्ठनए समाचारलोकल एनेस्थीसिया की मदद से बच्चों के दांतों का होगा इलाज ......

लोकल एनेस्थीसिया की मदद से बच्चों के दांतों का होगा इलाज … देश में अनूठी सेवा देनेवाला पहला अस्पताल बना नायर …ऐसे बच्चों के परिवारों को पहुंचाई राहत

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा के नायर अस्पताल में विशेष बच्चों के दांतों का इलाज करते समय अब लोकल एनेस्थीसिया की मदद ली जा रही है। इसी के साथ ही इस अनूठी सेवा को मुहैया कराने वाला नायर अस्पताल देश में पहला अस्पताल बन गया है। बताया गया है कि इस अनूठी सेवा ने डाउन सिंड्रोम, सेरेब्रल पाल्सी और ऑटिज्म जैसी स्थितियों वाले बच्चों के दंत स्वास्थ्य को बनाए रखने की चुनौतियों से जूझ रहे परिवारों को राहत पहुंचाई है।
उल्लेखनीय है कि नायर डेंटल अस्पताल में तीन अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर, २६ बेड वाला वार्ड और छह निजी कमरे शामिल हैं। इन वार्डों में मरीजों को इलाज से पहले और बाद में देखभाल प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें सुरक्षित और आरामदायक अनुभव मिलता है। दूसरी तरफ इस अस्पताल में हर साल लगभग २०० बच्चों का इलाज होता है। हालांकि, विशेष बच्चों के माता-पिताओं को अक्सर उनके मुख की स्वच्छता को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसी के साथ ही उपचार न किए जाने पर दांत की समस्याएं बढ़ने और जटिलताएं पैदा होने का भी खतरा बना रहता है। हालांकि, अस्पताल की यह पहल इन परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है। अस्पताल की डीन डॉ. नीलम आंद्राडे ने कहा कि विशेष जरूरतों वाले बच्चों को आमतौर पर अनुपयुक्त मोटर और शारीरिक क्षमताओं के कारण दंत चिकित्सा की अधिक आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि आहार में विविधता, दवाओं, अनुचित ब्रशिंग आदि के कारण वे दांतों में सड़न के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। बाल चिकित्सा दंत चिकित्सक विशेष स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता वाले बच्चों का इलाज करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित और योग्य होते हैं। अस्पताल की अनूठी सेवाओं के बारे में बोलते हुए डॉ. आंद्राडे ने कहा कि विशेष बच्चों के उपचार के लिए उनके पास एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर हैं। हालांकि एनेस्थीसिया देने से पहले सभी जरूरी फिटनेस टेस्ट किए जाते हैं। मंजूरी मिलने के बाद ही बच्चों को दांतों के इलाज के लिए ऑपरेशन थियेटर में ले जाया जाता है।

अन्य समाचार