अंटॉप हिल
बेतरतीब वाहनों की पार्किंग से जहां मुंबईकर परेशान हैं, वहीं प्रचंड गर्मी के बीच जाम की समस्या से पूरा शहर जूझ रहा है। जहां-तहां अपने वाहनों को पार्क कर देने से शहर की यातायात व्यवस्था रामभरोसे चल रही है। ड्यूटी पर होने के बावजूद ट्रैफिक हवलदार अपनी जेब गर्म करने में मशगूल रहते हैं। मामला अंटॉपहिल पुलिस ठाणे और सायन-माटुंगा ट्रैफिक विभाग से जुड़ा हुआ है। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर व समाजसेवी जयप्रकाश दुबे इस बात को प्रकाश में लाए हैं।
प्रशासन के इस कारनामे का खुलासा करते हुए जयप्रकाश दुबे ने बताया कि अंटॉप हिल के कई इलाकों में फुटपाथ व सड़क पर अवैध तरीके से कमर्शियल वाहनों की पार्किंग राहगीरों के आवागमन में मुसीबत का कारण बन गई हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों की अनदेखी और मिलीभगत के चलते सभी नियम-कानून ताक पर धरे रह गए हैं। यहां स्क्रैपिंग में जानेवाले चार पहिया वाहनों में खुलेआम व्यावसाय किया जा रहा है। खास बात है कि यह खेल आज से नहीं, बल्कि कई वर्षों से मनपा, पुलिस और ट्रैफिक अधिकारियों की देखरेख में चल रहा है। हर काम के लिए रेट निर्धारित है। रेट पर थोड़ा-बहुत मोलभाव भी होता है। मोलभाव तय होने के बाद लोग काम निकालने के लिए इनकी जेब गर्म कर देते हैं, जबकि रिश्वत देना व लेना दोनों कानूनन अपराध है। बावजूद इसमें कमी नहीं आ रही है। यही नहीं रिश्वत लेने का ट्रेंड भी यहां बदल गया है। इसके लिए गूगल पे और पेटीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है। अंटॉप हिल में दरगाह हजरत शेख मिसरी शाह के सामने से अंदर जानेवाली सड़क के किनारे दोनों तरफ टेंपो, सड़क किनारे लगे अवैध ठेला गाड़ी, बेतरतीब चार पहिया वाहनों की पार्किंग से जाम के हालात पैदा होते हैं, जिसकी वजह से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सड़क किनारे हो रही अवैध पार्किंग पर रोक लगाने के लिए कई बार प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया गया, परंतु नतीजा सिफर रहा। इसी रोड के आगे संगम नगर का बड़ा स्लम एरिया आता है, जहां पुलिस चौकी भी है और दिनभर में कई बार इसी सड़क से पुलिस की गाड़ियां गुजरती हैं, परंतु राहगीरों की इस समस्या से उनका कोई लेना-देना नहीं है। इसी तरह अंटॉप हिल फायर ब्रिगेड के सामने बिल्डिंग के बाहर रोड पर बड़ी संख्या में लंबी कतार में चार पहिया वाहनों की अवैध पार्किंग, कई जनरेटर गाड़ियों की पार्किंग, टाटा पावर के पास और सामने अवैध वाहनों में कमर्शियल गैरेज का व्यवसाय किया जा रहा है। जिससे पूर्व में कई सड़क दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं और संबंधित विभाग व पुलिस-प्रशासन शायद कोई बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है।
अंटॉप हिल हॉस्पिटल से लेकर चर्च तक दुपहिया गाड़ियों की पार्किंग के चलते राहगीरों को चलने की जगह ही नहीं बची है। अतिक्रमण की वजह से सड़क, गली में तब्दील हो गई है। इस गंभीर समस्या को लेकर कई बार स्थानीय लोगों ने मनपा, पुलिस व ट्रैफिक विभाग से शिकायत भी की है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है। जीटीबी नगर में भी लावारिस वाहनों की भरमार है। इन सबके चलते एक्सीडेंट का खतरा हमेशा बना रहता है।