मुख्यपृष्ठस्तंभक्लीन बोल्ड :  राजनीति से टाटा

क्लीन बोल्ड :  राजनीति से टाटा

अमिताभ श्रीवास्तव

हर किसी के लिए राजनीति का मैदान होता भी नहीं है। सेलेब्रिटी होकर चुनाव जीता जा सकता है मगर अपनी जीत को राजनीतिक गतिविधियों में भुनाया नहीं जा सकता। अब देखिए न क्रिकेट स्टार रहे गौतम गंभीर दिल्ली पूर्व से सांसद हैं मगर अब वो चुनाव नहीं लड़ना चाहते। अक्सर विवादों में रहने वाले गौतम गंभीर को राजनीति नहीं भाई। और उन्होंने राजनीति से दूर होने का फैसला किया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा को इसकी सूचना एक्स पर एक पोस्ट करके दी। गंभीर पूर्वी दिल्ली से लोकसभा के सांसद हैं। उनके पोस्ट से यह बात साफ हो गई है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में नहीं उतरेंगे। गंभीर ने लिखा, `मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें, ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी का हृदय से धन्यवाद देता हूं। जय हिंद!’
बशीर क्या अश्विन है?
रांची टेस्ट मैच में आठ विकेट लेने वाले शोएब बशीर को आर. अश्विन माना जाने लगा है। खासकर अंग्रेज तो यही कह रहे हैं कि उन्होंने नया अश्विन खोज लिया है। हालांकि, अभी पनघट दूर है मगर हवा बनाने में कौन-सा पैसा लगता है, इसलिए बशीर को लेकर अंग्रेज उत्साहित हैं। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन ने बशीर की क्षमता की सराहना की और उनकी तुलना अनुभवी रविचंद्रन अश्विन से की। वॉन ने कहा, `यह इंग्लैंड क्रिकेट के लिए एक शानदार सप्ताह रहा है। महान सप्ताहों में से एक, एक और विश्व स्तरीय सुपरस्टार का जश्न मना रहा है जिसे हमने खोजा है, शोएब बशीर। यही वह है, जो हम जश्न मना रहे हैं। दूसरा टेस्ट मैच, आठ विकेट, वह नया रवि अश्विन है और हमने उसका पता लगा लिया है। इसलिए हम इंग्लैंड क्रिकेट में एक नए सुपरस्टार का जश्न मना रहे हैं।’ वैसे बशीर मियां को अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है और धर्मशाला के विकेट पर भी अपनी कलाकारी दिखानी होगा, जो कि लगभग कठिन है। धर्मशाला की पिच वैसे तो स्पिनरों के लिए लाभदायक रहती है मगर बशीर क्या सफल होंगे? यह सवाल है।
संग्राम ने चटाई पाकिस्तानी को धूल
यह है हिंदुस्थानी दमखम। कुश्ती के अखाड़े में हिंदुस्थानी पहलवानो का कोई सानी नहीं फिर चाहे ईरान हो, मंगोलिया हो या पाकिस्तानी, विश्व में हिन्दुस्थान का डंका बजता है। अब देखिए न हाल ही में दुबई में प्रो रेसलिंग चैंपियनशिप २०२४ का आयोजन किया गया। इस लीग का फाइनल मुकाबला दुबई के शबाब अलहली क्लब में हुआ, जिसमें हिंदुस्थानी पहलवान संग्राम सिंह का सामना पाकिस्तानी पहलवान मोहम्मद सईद से हुआ। ६ राउंड की इस प्रतियोगिता के बाद संग्राम सिंह ने गोल्ड मेडल हासिल किया। इतना ही नहीं उन्हें बतौर सम्मान राशि ३ करोड़ रुपए का पुरस्कार भी दिया गया है। आइए आपको बताते हैं किस तरह से संग्राम सिंह ने ६ साल बाद धमाकेदार कमबैक कुश्ती में किया। भारतीय पहलवान ने अपना दबदबा कायम रखा और ३०-२३ से मोहम्मद सईद को हराया। अपनी शानदार जीत के बाद पहलवान संग्राम सिंह ने कहा- `यह जीत मेरे सभी देशवासियों को समर्पित है, जिन्होंने हमेशा मेरा और मेरे प्रयासों का समर्थन किया है।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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