अमिताभ श्रीवास्तव
यह क्रिकेट की बात नहीं है। क्रिकेट तो बहुत हो गया। यह है अपने राष्ट्रीय खेल हॉकी की बात। जो दुनिया में तहलका मचा रही हो वो एशिया का तूफान ही तो कहलाएगी। तूफान का नाम है टीम इंडिया, जिसने ओलिंपिक में ब्रांज मेडल जीता और अब एशियन चैंपियनशिप में चीन और जापान को चकनाचूर करते हुए मंजिल की ओर बढ़ रही है। इस सफर में मलेशिया, कोरिया और पाकिस्तान अभी शेष हैं और तीनों टीमें खौफ खाए बैठी हैं। इस चैंपियनशिप के शुरुआती मैच में चीन को उसकी धरती पर ही ३-० से रौंदने के बाद जापान को भी ५-१ से धूल चटाई है। पूरे टूर्नामेंट में एकमात्र हिंदुस्थानी टीम है, जिसने अपने दो मैचों में ही गोलों की बरसात की है। इस बार गोलकीपर श्रीजेश नहीं हैं, श्रीजेश के संन्यास के बाद पाठक ने यह कमान संभाली है और वो भी लगता है श्रीजेश के पदचिह्नों पर चल रहे हैं। कुछ नए और युवा खिलाड़ी हैं, मगर सरपंच साहब हरमनप्रीत की कप्तानी में टीम पूरे जोश में है। यानी यह कहना अनुचित नहीं होगा कि हमारी हॉकी अपने स्वर्णिम युग को पाने के लिए फिर से निकल पड़ी है वह भी एक तूफान के रूप में।
हां भाई, समझ गए दिल्ली से हो!
एक अजीब सी खासियत होती है जो पूरे भारत में लोग समझ जाते हैं कि हां भाई, समझ गए दिल्ली से हो। फिर वो चाहे विराट कोहली ही क्यों न हों। इस खासियत रूपी आदत से मशहूर हैं तो अब उसी खासियत के चलते पैरा ओलिंपिक खेलों में भाला फेंक का स्वर्ण पदक जीतकर लाए नवदीप सिंह सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। दरअसल, उनमें जो आक्रामकता है और इस एग्रेशन में जो कुछ बोला जाता है वो दिल्ली वालों की खासियत है, ऐसा माना जाता है। नवदीप भाला फेंक कर जिस आक्रामक रूप में नजर आए थे वो उनके खेल के प्रति समर्पण, जीतने के लिए जोश को भी दर्शाता है। ऐसा होता है जब कोई खिलाड़ी पूरी आक्रामकता के साथ जीतना चाहता हो। उसे खुद पता नहीं होता कि वो क्या कर रहा है। नवदीप के मुंह से गाली स्पष्ट सुनाई दी मैदान पर लगे माइक के कारण। जैवलिन थ्रो में नवदीप ने ४७.३२ मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीता था।
निसांका ने लगाई अंग्रेजों की लंका
ये तो उल्टा हो गया। अंग्रेजों की लंका लग गई। वह भी श्रीलंका ने लगाई और इसमें भी उसके बल्लेबाज निसांका ने। बेचारे अंग्रेजों को तीन शून्य से क्लीन स्वीप भी नहीं करने दिया। जी हां, तीसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका ने कमाल करते हुए इंग्लैंड को ८ विकेट से हरा दिया। श्रीलंका की जीत में पथुम निसांका ने कमाल की पारी खेली और १२४ गेंदों पर १२७ रन बनाकर नाबाद रहे, निसांका ने दूसरी पारी में तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी कर इंग्लैंड के गेंदबाजों के होश उड़ाकर रख दिए। पथुम निसांका ने अपनी १२७ रन की पारी में १३ चौके और २ छक्के लगाए। निसांका की पारी के दम पर श्रीलंका की टीम दो विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो गई। पथुम निसांका को उनके तूफानी शतक के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के खिताब से नवाजा गया। अपनी शतकीय पारी के दौरान पथुम निसांका ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। निसांका ने केवल १०७ गेंदों पर अपना शतक पूरा किया था। निसांका इंग्लैंड के खिलाफ रन चेज में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। ऐसा कर उन्होंने पंत और नैथन एश्टल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। है न कमाल इस अकेले बल्लेबाज का।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)