अमिताभ श्रीवास्तव
आईसीसी का पैसा कहीं पाकिस्तान हजम तो नहीं कर गया? आयोजन में टीम इंडिया के खेलने न खेलने के विवाद को भड़का कर वो कहीं आईसीसी को उलझा तो नहीं रहा? सब कुछ अब जांचा जाएगा। दरअसल, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी २०२५ का आयोजन अगले साल पाकिस्तान में होना है। कराची, रावलपिंडी और लाहौर में स्थित मैदानों का नवीकरण करने की प्रक्रिया काफी समय पहले शुरू हो गई थी। इन तैयारियों के बीच अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से एक प्रतिनिधि मंडल तैयारियों का जायजा लेने पाकिस्तान आनेवाला है। टूर्नामेंट शेड्यूल से लेकर प्रैक्टिस मैच और वेन्यू संबंधित कई विषयों को परखेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी मैदानों में कितना काम हो चुका है और अन्य विषयों की भी विस्तृत जानकारी सामने रखेंगे। साथ ही पाकिस्तान में टिकटों की बिक्री भी समस्या बनी हुई है, इस विषय पर भी अधिकारी गौर करनेवाले हैं। कुछ हफ्तों पहले आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के संबंध में पीसीबी को १,२८० करोड़ रुपए (पाकिस्तानी मुद्रा) आवंटित किए थे। इस रकम के जरिए कराची, रावलपिंडी और लाहौर में स्थित क्रिकेट मैदानों का नवीकरण किया जाना था। सब कुछ जांचा जाएगा।
डायमंड में चमके साबले
अभी तक भाला फेंक में नीरज चोपड़ा का ही नाम गूंजता रहा, मगर राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक ३,००० मीटर स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले ने कमाल दिखाते हुए ब्रसेल्स में डायमंड लीग फाइनल में अपनी जगह बना ली और इस स्पर्धा में दूसरे हिंदुस्थानी होने का रिकॉर्ड बनाया। २९ साल के साबले ने १२ खिलाड़ियों के डायमंड लीग फाइनल में पहली बार जगह बनाई है। उनकी स्पर्धा का आयोजन कल यानी १३ सितंबर को होगा, जहां सभी १२ प्रतिभागी सीधे फाइनल रेस में भाग लेंगे। अविनाश साबले ने इस सीजन में डायमंड लीग के दो आयोजनों में हिस्सा लिया है और वह तीन अंक के साथ तालिका में १४वें स्थान पर थे। उनसे उच्च रैंकिंग वाले चार खिलाड़ियों के टूर्नामेंट से हटने के बाद उन्होंने फाइनल में जगह बनाई। स्पर्धा दो दिन की है, पहले दिन साबले दौड़ते हुए दिखेंगे तो दूसरे दिन नीरज भाला फेंकते हुए यानी १३ और १४ सितंबर को।
चहल तो चल निकले
अभी बाजुओं और कलाइयों में बहुत दम है, अभी खत्म नहीं हुआ है जादू। जी हां, यह बात है यजुवेंद्र चहल की जो टीम इंडिया में अनियमित गेंदबाज की तरह अंदर बाहर किए जाते रहे हैं। चहल ने इंग्लैंड में जाकर अपने दम को जाहिर किया और दुनिया को बता दिया कि वो क्यों लेग स्पिन के शहंशाह हैं। टी२० विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहे, मगर मैदान पर नहीं उतारे गए अनुभवी लेग स्पिनर यजुवेंद्र चहल इंग्लैंड की लीग काउंटी क्रिकेट में अपना प्रभाव छोड़ने में सफल रहे हैं। चहल ने इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप के डिविजन दो मैच में नॉर्थम्पटनशायर के लिए खेलते हुए पांच विकेट झटके। चहल ने डर्बीशायर के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के दम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खास उपलब्धि हासिल कर ली है। चहल ने प्रथम श्रेणी में भी अपने १०० विकेट पूरे कर लिए। उन्होंने डर्बीशायर के बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया और ४५ रन देकर पांच विकेट लिए। चहल ने इस दौरान वेन मैडसेन, एन्यूरिन डोनाल्ड, जैक चैपल, एलेक्स थॉमसन और जैक मॉर्ले के विकेट चटकाए। इस तरह भारतीय टीम के इस अनुभवी स्पिनर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तीसरी बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)