प्रेम यादव / भायंदर
मीरा-भायंदर में मनपा फायर ब्रिगेड कर्मियों द्वारा बस डिपो और सार्वजनिक स्थलों की सफाई कराए जाने से स्थानीय नागरिकों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। फायर ब्रिगेड का प्राथमिक दायित्व आग बुझाना और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटना है, लेकिन इन कर्मियों से नियमों के विपरीत सफाई का काम कराया जा रहा है।
हाल ही में मनपा अग्निशमन दल के कर्मियों को वॉटर टेंडर वाहनों के जरिए शहर के बस डिपो, पेड़-पौधों की पत्तियां, डिवाइडर और छोटे स्मारकों की सफाई करते देखा गया।
नियमों का उल्लंघन
महाराष्ट्र सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि अग्निशमन विभाग के संसाधनों का उपयोग सफाई जैसे कार्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इसके बावजूद मीरा-भायंदर मनपा प्रशासन द्वारा अग्निशमन दल के कर्मियों से यह कार्य कराया जा रहा है। नागरिकों का सवाल है कि क्या यह आदेश मनपा आयुक्त/प्रशासक संजय काटकर के निर्देश पर दिया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने
जांच की मांग की
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मांग की है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। उनका कहना है कि जब सफाई के लिए मनपा का स्वतंत्र विभाग है, तो अग्निशमन विभाग को इस कार्य में क्यों लगाया गया? स्थानीय नागरिकों का कहना है कि शहर की प्राथमिक सुविधाओं और आपातकालीन सेवाओं को नजरअंदाज कर, अग्निशमन विभाग के संसाधनों का दुरुपयोग किया जा रहा है। इससे न केवल विभाग की कार्यक्षमता प्रभावित होती है, बल्कि भविष्य में आपातकालीन स्थितियों से निपटने में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।
शहर में प्रदूषण बहुत बढ़ता जा रहा है
शहर में सीमेंटीकरण और बढ़ते निर्माण के चलते धूल मिट्टी के कणों को हटाने के लिए और जनता की राहत के लिए रात के समय यह पानी छिड़काव का अतिरिक्त कार्य विभाग द्वारा किया जा रहा है और किसी भी अपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त साधन हैं।
डॉ. प्रकाश बोराड़े
मुख्य अग्निशमन अधिकारी, मीरा-भायंदर मनपा