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सीएम-डीसीएम बांटते हैं पैसे! …भाजपा की ‘बी’ टीम ने लगाया आरोप …इम्तियाज जलील ने दिखाया वीडियो

सामना संवाददाता / मुंबई
इस विधानसभा चुनाव में महायुति की ओर से ‘वोट जेहाद’ के तहत मतदाताओं को जमकर पैसे बांटे गए और वोट खरीदने की कोशशें हुई हैं। कई ठिकानों पर महायुति के बड़े नेता भी पैसे बंटाते पकड़े गए। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े जैसे महायुति के नेता पर इस मामले में चुनाव आयोग ने एक्शन भी लिया। अब भाजपा की बी-टीम कही जाने वाली एमआईएम ने भी महायुति के नेताओं, सीएम व डीसीएम पर खुलकर पैसे बांटने का आरोप लगाया है। पार्टी के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने यह आरोप लगाने के साथ ही एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में सीएम और डीसीएम के लोग गरीब बस्तियों में जाकर खुलकर नोट बांटते नजर आ रहे हैं।

५०० रुपए लो, वोट दो!
-वीडियो में कैद हो गए महायुति के नेता
-एमआईएम के पूर्व सांसद ने दिखाए सबूत

भाजपा और महायुति के नेताओं ने इस चुनाव में जमकर पैसे बांटे हैं। ५०० रुपए देकर उन्हें वोट देने के लिए कहा गया। उनकी यह करतूत वीडियो में कैद है। एमआईएम नेता पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने इस तरह का गंभीर आरोप लगाते हुए इसका वीडियो भी दिखाया।
ऐसे गंभीर आरोप लगाते हुए इम्तियाज जलील ने कहा कि कई जगहों पर महिलाओं के आधार कार्ड लेकर उन्हें पैसे दिए गए। उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा कि जब वे वोट के लिए पैसे बांटते हैं, तो उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती? जलील ने आरोप लगाया कि महिलाओं को ५०० रुपए देकर महायुति को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस आरोप को साबित करने के लिए उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर में एक प्रेस कॉन्प्रâेंस के दौरान एक वीडियो भी दिखाया। उन्होंने दावा किया कि जिले में भाजपा के नेता अरविंद डोंगरगांवकर के कार्यालय, जो जवाहर नगर पुलिस स्टेशन के सामने है, वहां मुस्लिम महिलाओं को रिक्शा से लाया गया। एक वोट के लिए १,००० रुपए और जहां मुकाबला कड़ा था, वहां २,००० रुपए तक बांटे गए। जलील ने आरोप लगाया कि भाजपा के मंत्री अतुल सावे और उनके गुंडों ने वोटरों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने से रोकने की कोशिश की। उन्होंने इस चुनाव को अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि अतुल सावे और उनके गुंडों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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