मुख्यपृष्ठनए समाचारआचार संहिता का लगा फटका... नर्सों की लटकी नियुक्तियां!

आचार संहिता का लगा फटका… नर्सों की लटकी नियुक्तियां!

सामना संवाददाता / मुंबई

मुंबई मनपा अस्पतालों में नर्सों और डॉक्टरों को चुनाव कार्य में नियुक्त किया गया है। इसका सीधा असर मरीजों की देखभाल पर पड़ रहा है। इसी बीच मनपा प्रशासन ने अपनी व्यथा रखते हुए कहा है कि मनपा अस्पतालों में नर्सों और प्रशासनिक कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया तो पूरी हो चुकी है, लेकिन उनकी नियुक्ति प्रक्रिया भी आचार संहिता में लटक गई है। इसलिए अस्पतालों में मरीजों के सामने समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
उल्लेखनीय है कि मुंबई मनपा में नर्सों और प्रशासनिक कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया चलाई गई थी। इसके तहत आयोजित भर्ती प्रक्रिया से ६५२ नर्सों का चयन किया गया। चयनित नर्सों ने पुलिस सत्यापन और शारीरिक क्षमता परीक्षण पूरा कर लिया था। इसलिए उन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र दे दिया जाना था। लेकिन इसी बीच आचार संहिता लागू होने के बाद यह नियुक्ति प्रक्रिया रुक गई है। नर्सों की तरह प्रशासनिक कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया भी रुकी हुई है। मुंबई मनपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केवल १२ लोगों को ही नियुक्ति पत्र दिया गया है, जिन्होंने अब काम भी शुरू कर दिया है। लेकिन आचार संहिता के कारण बाकी चयनित लोगों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है।
संविदा भर्ती की भी अनुमति नहीं
अस्पतालों के कर्मचारियों को चुनाव कार्य के लिए नियुक्त किए जाने से मरीजों की देखभाल प्रभावित न हो, इसलिए मनपा संविदा पद्धति से कर्मचारियों को भरने पर विचार कर रही थी, लेकिन आचार संहिता के कारण संविदा पद्धति से अस्थाई तौर पर कर्मचारियों की भर्ती की अनुमति को भी इनकार कर दिया गया है। इस तरह की जानकारी एक मनपा अधिकारी ने दी।

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