वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट
२०२४ में कुल ७३ टन की खरीद
सामना संवाददाता / मुंबई
युवाओं के पास नौकरी नहीं है। देश में बेरोजगारी छाई हुई है। महंगाई से आम आदमी हलाकान है। दूसरी तरफ आरबीआई मालामाल हो रहा है। खबर है कि आरबीआई ने हाल ही में आठ टन सोना खरीदा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि २०२४ में आरबीआई ने कुल ७३ टन सोने की खरीद की है।
बता दें कि वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की लेटेस्ट रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) ने नवंबर २०२४ में आठ टन सोना खरीदा है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने नवंबर महीने के दौरान ५३ टन कीमती धातु की सामूहिक खरीद जारी रखी है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी चुनाव के बाद नवंबर के दौरान सोने की कीमतों में गिरावट ने कुछ केंद्रीय बैंकों को कीमती धातु जमा करने के लिए प्रोत्साहित किया।
आरबीआई ने २०२३ के मुकाबले २०२४ में
पांच गुना ज्यादा सोना खरीदा!
युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। महंगाई के इस मौसम में आम आदमी के लिए दो जून की रोटी जुटानी भारी पड़ रही है, वहीं आरबीआई सोना खरीदने में व्यस्त है। वह दूसरे केंद्रीय बैंकों की तरह सुरक्षित संपत्ति के रूप में सोना खरीद रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, आरबीआई की सोने की खरीद २०२३ की इसी अवधि में खरीदी गई कीमती धातु की मात्रा से पांच गुना बढ़ गई है। बता दें कि आरबीआई पोलैंड के बाद वर्ष के दौरान दूसरा सबसे बड़ा सोने का खरीदार है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने अपने भंडार में पांच टन सोना जोड़कर छह महीने के गैप के बाद सोने की खरीद फिर से शुरू की है और सालाना आधार पर शुद्ध खरीद को बढ़ाकर ४ टन कर दिया है। आंकड़ों के अनुसार, आरबीआई का कुल स्वर्ण भंडार अब ८९० टन हो गया है, जिसमें से ५१० टन भारत में है। केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की इन बड़ी खरीदों से वैश्विक बाजार में कीमती धातु की कीमतों में भी तेजी आई है। आरबीआई के आधे से अधिक स्वर्ण भंडार विदेशों में बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के पास सुरक्षित हिरासत में रखे गए हैं, जबकि लगभग एक तिहाई नागपुर और मुंबई में आरबीआई के वॉल्ट में संग्रहित हैं। रिजर्व बैंक ने यूनाइटेड किंगडम में बैंक वॉल्ट में रखे अपने १०० मीट्रिक टन सोने को २०२४ में भारत में अपने वॉल्ट में शिफ्ट कर दिया।