राजस्थान के सैन्य बाहुल्य झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र की राजनीति चरम पर है। लोकसभा चुनाव के लिए यहां दोनों प्रत्याशी बीजेपी के शुभकरण चौधरी और कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह ओला में सीधी टक्कर है, लेकिन पलड़ा कांग्रेस का भारी है। राजस्थान की झुंझुनू लोकसभा सीट के लिए अब तक १७ बार हुए चुनावों में कांग्रेस का दबदबा रहा है। बीते दो चुनावों से इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। झुंझुनू लोकसभा सीट के उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। शेखावाटी के तहत आने वाले झुंझुनू लोकसभा सीट के लिए इस बार मुकाबला बीजेपी के शुभकरण चौधरी और कांग्रेस के बृजेंद्र ओला के बीच है। कांग्रेस के दबदबे वाली झुंझुनू लोकसभा सीट पर बीते दो बार से बीजेपी काबिज है। यहां की आठ विधानसभा सीटों में से छह पर कांग्रेस का कब्जा है। सट्टा बाजार कि मानें तो यहां से कांग्रेस जीती हुई मानी जा रही है। झुंझुनू जिला हरियाणा बॉर्डर से सटा हुआ है। यह जिला ५ हजार ९२६ वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। झुंझुनू लोकसभा सीट साल १९५२ में अस्तित्व में आई थी। झुंझुनू लोकसभा सीट में झुंझुनू, मंडावा, फतेहपुर, नवलगढ़, उदयपुरवाटी, पिलानी, सूरजगढ़ और खेतड़ी विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इस सीट पर पहली बार राधेश्याम मोरारका सांसद निर्वाचित हुए थे। झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र जाट बहुल है। यहां मोटे तौर पर जाट मतदाताओं की संख्या चार लाख ३३ हजार के करीब मानी जाती है। वहीं राजपूत मतदाताओं की संख्या दो लाख १२ हजार और एक लाख १५ हजार ब्राह्मण मतदाता बताए जाते हैं।