-नूंह में घंटों चला खतरनाक संघर्ष योगी की कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
यूपी में सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गायों की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे। साथ ही यह भी कहा था कि गायों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा, लेकिन योगी बाबा के दावे हवा-हवाई साबित हो गए। हरियाणा के नूंह जिले में फिरोजपुर झिरका के महू-चोपता गांव के पास शनिवार तड़के गौ तस्करों ने खूनी खेल खेला। पुलिस ने बताया कि गौ तस्करों ने एक गौरक्षक को कथित तौर पर गोली मार दी। पीड़ित की पहचान रेवाड़ी जिले के सोनू सरपंच के रूप में हुई है, जिसके बाद उसे गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी में दाखिल कराया गया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। बताया जाता है कि इस घटना को लेकर अस्पताल के बाहर लोगों ने प्रदर्शन भी किया।
क्या था मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, चमन खटाना नामक एक गौरक्षक ने बताया कि यह घटना शनिवार सुबह करीब ४.४५ बजे हुई। गौरक्षकों को गुप्त सूचना मिली थी कि गौ तस्कर राजस्थान से मवेशियों की तस्करी करने वाले हैं। इसके बाद सात गौरक्षकों की एक टीम ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर गौ तस्करों की पिकअप जीप का पीछा किया। पीछा करने के दौरान गौ तस्करों की ओर से गोलीबारी की गई। खटाना ने आगे कहा कि महू-चोपता गांव के पास तस्करों की पिकअप जीप सड़क पर पलट गई। इसके बाद वे भागने लगे। इसी दौरान एक को गौरक्षकों ने पकड़ लिया। सोनू सरपंच ने जब तस्कर पकड़ा तो अन्य गौ तस्करों ने गोलीबारी कर दी, जिसके बाद एक गोली सोनू सरपंच के पेट में लगी।
गौरक्षकों ने किया प्रदर्शन
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद गौरक्षकों का एक समूह मेदांता अस्पताल के बाहर जमा हो गया। प्रदर्शनकारी घटना पर रोष जताते हुए गौरक्षकों को सुरक्षा देने की मांग करने लगे, वहीं हिंदू संगठन के नेता कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि गौरक्षकों को लाइसेंसी हथियार उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
बढ़ती जा रही है गौ तस्करी की घटना
इस बारे में नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि घटना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर उस समय हुई, जब गौ तस्करों के वाहन का पीछा गौरक्षक कर रहे थे। मामले में जल्द ही प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। पीड़ित सोनू का मेदांता मेडिसिटी में इलाज चल रहा है। बता दें कि हरियाणा के नूंह जिले में गौ तस्कर की यह पहली घटना नहीं है। पहले भी गौ तस्कर ऐसी वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। बीते कुछ वर्षों के दौरान गौ तस्करी के मामले बढ़े हैं।