अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
उल्हासनगर ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड (सेंचुरी रेयान) कंपनी द्वारा रामलीला मैदान में पिछले करीब 40 वर्षों से बड़े ही धूमधाम के साथ सेंचुरी रेयान कंपनी कामगारों के द्वारा रामलीला का मंचन किया जाता है। शनिवार को धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, रावण-बाणासुर संवाद, लक्ष्मण-परशुराम संवाद का मंचन किया गया। रोजाना बड़ी संख्या में परिसर के श्रद्धालु रामलीला देखने पहुंच रहे हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर सेंचुरी रेयान रामलीला मैदान में व्यास्थापक एस.आर.सिंह के मार्गदर्शन में श्री रामलीला का मंचन किया जा रहा है। यह रामलीला 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 7 बजे से 10 बजे तक किया जा रहा है। शनिवार को रामलीला रंगमंच पर मंचन के दौरान श्रीराम जी के आदर्श पर चलने की नसीहत दी जा रही है। श्री राम की लीला की शुरुआत सर्वप्रथम श्री गणेश वंदना तथा सर्वमंगल की कामना के साथ की गई। साथ ही मंचन में राजा दशरथ के द्वारा मुनि विश्वामित्र को सीता स्वंयवर का निमत्रण भेजना, उसके पश्चात श्रीराम व लक्ष्मण सहित मुनि का स्वयंवर में पहुंचना, रावण बाणासुर संवाद, श्रीराम का शिव के धनुष को तोडऩा तथा महाक्रोधी व महा पराक्रमी, मुनि परशुराम का स्वयंवर सभा में आगमन व लक्ष्मण के साथ संवाद करना व श्रीराम के द्वारा अपनी विन्रमता के साथ परशुराम को शांत करने तक के प्रंसग तक का मंचन कलाकारों के द्वारा सचित्र किया गया। 12 अक्टूबर को राम रावण युद्ध के साथ रावण का वध व दहन और राम राज्य अभिषेक के साथ रामलीला का समापन होगा।
रामलीला की खास बात यह है कि सेंचुरी कंपनी में काम करने वाले कामगार व उनके बच्चों द्वारा इस रामलीला का मंचन किया जा रहा है। रामलीला देखने के लिए उल्हासनगर, कल्याण, अंबरनाथ तक के लोग भारी संख्या में लोग आते हैं। विजया दशमी के दिन रामलीला मैदान में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी व कामगार सपरिवार उपस्थित रहते हैं। इतना ही नहीं दशमी मेले में उपस्थित लोगों में अधिकांश उत्तरभारतीय लोग सहपरिवार आते हैं। मैदान के आस-पास सैकड़ों की संख्या में घरेलू सामान, बच्चों के खेल-खिलौने, खाने के समान की बिक्री होती हैं। सेंचुरी रेयान मैदान में लगा दशमी का यह मेला लोगों को गांव की एक बार याद दिला देता है।
एस.आर.सिंह के मार्गदर्शन में चलने वाले इस रामलीला में रावण का रोल पिछले 33 वर्षों से देवनाथ तिवारी निभा रहे हैं। वहीं राम की भूमिका सूरज उपाध्याय पिछले 11 वर्षों कर रहे हैं और सीता की भूमिका रोहित मंडल 12 वर्ष से करते आ रहे हैं।
साथ ही लक्ष्मण- करण दुबे, हनुमान- रविन्द्र सिंह, भरत-अविनाश उपाध्याय, विनोद पांडेय के अलावा अन्य दर्जनों लोग कई वर्षों से तरह-तरह की मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। सेंचुरी रेयान कामगार कल्याण केंद्र में चलने वाले श्री रामलीला को सफल बनाने में व्यासपीठ पर रामकुमार दुबे हैं। आर.बी.सिंह , रविन्द्र सिंह, अनिल कुमार शाहल, लालजी दुबे, विनोद पांडे सहित तमाम कामगारों के परिवार का काफी योगदान रहता है।