सामना संवाददाता / मुंबई
ज्वलंत हिंदुत्व के धधकते अंगार और अखंड हिंदुस्थान के लोकप्रिय नेता, हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख वंदनीय बालासाहेब ठाकरे की जयंती के अवसर पर २३ जनवरी को राज्यभर में सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। शिवसेनाप्रमुख को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए निष्ठावान शिवसैनिक दादर में छत्रपति शिवाजी महाराज मैदान स्थित शक्तिस्थल पर जाकर नतमस्तक होंगे। शिवसेना द्वारा इस आयोजन के लिए भव्य तैयारी की गई है।
हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे शिवसैनिकों के लिए आराध्य देवता के समान हैं। उन्होंने मराठी समाज में हिंदुत्व की ज्वाला प्रज्वलित की और उनकी जयंती शिवसैनिकों के लिए उत्सव के समान है। इस दिन को शिवसैनिक आराध्य दिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर राज्यभर में विविध कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। दादर के छत्रपति शिवाजी महाराज मैदान का शक्तिस्थल शिवसैनिकों के लिए ऊर्जा का केंद्र है। हर वर्ष की तरह इस बार भी राज्यभर से शिवसैनिकों का हुजूम यहां पहुंचेगा।
समाजोपयोगी कार्यक्रमों के माध्यम से श्रद्धांजलि
शिवसेनाप्रमुख ने ८० प्रतिशत समाजसेवा और २० प्रतिशत राजनीति की शिक्षा दी थी। इसी सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए उनकी जयंती पर रक्तदान शिविर, छात्रों को शिक्षण सामग्री का वितरण, आधार और पैन कार्ड बनाने में मदद, जरूरतमंदों को आवश्यक वस्तुओं का वितरण, सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
शिवसेनाप्रमुख के पसंदीदा फूल सोनचंपा विशेष
इस बारे में मनपा के गार्डन विभाग के प्रमुख जितेंद्र परदेशी ने कहा कि हर साल बालासाहेब ठाकरे की जयंती पर स्मृति स्थल को मनपा उनके पसंदीदा फूलों से सजाती है। स्मृति स्थल पर अखंड ज्योति के आसपास हमेशा विशेष प्रकार के पौधों को रोपा जाता है। जिसके फूल काफी मनमोहक होते हैं। इस दिन की तैयारी दरअसल एक महीने पहले से शुरू होती है। हमारी टीम इस पर काम करती है।
शिवतीर्थ पर भगवामय माहौल और फूलों की सजावट
शिवसेनाप्रमुख की जयंती के अवसर पर शिवतीर्थ को भगवा ध्वजों से सजाया गया है, जिससे पूरा क्षेत्र भगवामय हो गया है। साथ ही बालासाहेब ठाकरे के पसंदीदा फूल सोनचंपा के फूलों से शक्तिस्थल को सजाया गया है, जिसकी सुगंध पूरे परिसर में पैâली हुई है। महानगरपालिका ने शिवसेनाप्रमुख की जयंती के अवसर पर शक्तिस्थल को गुलाब, गेंदा, रेड पॉइंटसेटिया, येलो पॉइंटसेटिया और सफेद शेवंती जैसे फूलों से सजाकर श्रद्धांजलि दी है।