– यातायात विभाग ने अपनाया वसूली फंडा
प्रेम यादव / भायंदर
मीरा-भायंदर में पार्किंग निर्देशों के उल्लंघन के नाम पर पर यातायात विभाग ने वसूली फंडा अपना रखा है। यातायात विभाग कार्रवाई करते हुए वाहनों की टोइंग कर जुर्माना के रूप में जमकर वसूली कर रहा है।
हालांकि, यातायात विभाग की यह कार्रवाई मुख्य रूप से दो पहिया वाहनों तक ही सीमित है। चार पहिया वाहनों को बिल्कुल नहीं उठाया जाता है। इस तरह की भेदभाव पूर्ण कार्रवाई से लोगों में भारी नाराजगी है, जबकि चार पहिया वाहनों की अवैध पार्किंग ट्रैफिक समस्या को अधिक बढ़ावा दे रही हैं।
उल्लेखनीय है कि कई मुख्य सड़कों पर अवैध रूप से कारें पार्क की जाती हैं, जिससे भारी यातायात जाम होता है। कुछ क्षेत्रों में तो सड़कों पर सेकंड हैंड कारों का कारोबार भी शुरू हो गया है।
दो पहिया वाहनों को लेकर यातायात विभाग की सख्ती ने कई सवाल खड़े किए हैं। कम समय में अधिक फाइन वसूलने और कम जगह में अधिक वाहन जमा करने की रणनीति के चलते इन वाहनों को ज्यादा निशाना बनाया जा रहा है। नियमों के अनुसार, वाहन उठाने से पहले लाउडस्पीकर पर अनाउंसमेंट करना अनिवार्य है, लेकिन यह प्रक्रिया नजरअंदाज की जाती है। नागरिकों का कहना है कि वे मात्र दो मिनट के लिए दुकान में सामान लेने गए थे और वापस लौटने पर उनका वाहन टो किया जा चुका था। यातायात विभाग की इस कार्यप्रणाली से नागरिकों में असंतोष बढ़ रहा है। चार पहिया वाहनों पर भी समान रूप से कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू हो सके और आमजन को राहत मिले।
सड़कों से पार्किंग फलक नदारद
सड़कों पर सम-विषम तारीखों के अनुसार पार्किंग के निर्देश लागू हैं, लेकिन बाजार, सब्जी मंडी, मंदिर, स्कूल, कॉलेज और रेस्टोरेंट जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर पार्किंग फलक नदारद हैं। यदि हैं भी तो टूटी-फूटी अवस्था में। इस तरफ यातायात विभाग का बिल्कुल ध्यान नहीं है। लोग जानकारी के अभाव में भी अपने वाहन पार्क कर देते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भारी भरकम रकम देकर चुकाना पड़ता है।