दादा नहीं चाहिए पालक मंत्री …धनंजय मुंडे का साथ देने का आरोप
- जालना में अजीत पवार को दिखाए काले झंडे
सामना संवाददाता / मुंबई
मराठा महासंघ के कार्यकर्ताओं ने उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को बीड का पालक मंत्री बनाए जाने का कड़ा विरोध किया है। सोमवार को जालना दौरे पर पहुंचे दादा को उन्होंने काले झंडे दिखाकर अपना गुस्सा जाहिर किया। महासंघ ने अजीत पवार पर सरपंच देशमुख की हत्या के विवाद में फंसे मंत्री धनंजय मुंडे का साथ देने का आरोप लगाया है।
बीड जिला इन दिनों सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के कारण चर्चा में है। यहां सर्वदलीय नेताओं ने धनंजय मुंडे को बीड का पालक मंत्री पद दिए जाने का कड़ा विरोध किया था। ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस जिले का पालक मंत्री पद उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को सौंप दिया है। हालांकि, इसके बाद भी भारतीय मराठा महासंघ ने अजीत पवार के पालक मंत्री की नियुक्ति का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अजीत पवार बीड के पालक मंत्री का पद स्वीकार करके एक तरह से धनंजय मुंडे को समर्थन देने का काम कर रहे हैं। अजीत पवार सोमवार को अपनी पार्टी के संपर्क कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए जालना के दौरे पर पहुंचे थे। उस समय मराठा महासंघ के कार्यकर्ताओं ने शहर के भोकरदन नाका इलाके में उनके काफिले को काले झंडे दिखाए। इस अवसर पर उन्होंने मृतक संतोष देशमुख और सोमनाथ सूर्यवंशी के परिजनों के लिए न्याय की मांग करते हुए जोरदार नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों ने क्या कहा?
भारतीय मराठा महासंघ के आंदोलनकारी अरविंद देशमुख ने कहा कि संतोष देशमुख हत्या मामले में आरोपों का सामना कर रहे मंत्री धनंजय मुंडे अजीत पवार की पार्टी से हैं। इस हत्या मामले की जांच बिना किसी राजनीतिक दबाव के हो, इसके लिए बीड के पालक मंत्री का पद किसी अन्य पार्टी के नेता को दिया जाना आवश्यक था। लेकिन चूंकि अजीत पवार ने स्वयं इस स्थिति को स्वीकार कर लिया है इसलिए एक तरह से वे धनंजय मुंडे को समर्थन देने के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए हमने काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया।