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एआई का खतरनाक खेल! …बच्चों और बुजुर्गों को फांस रहे सायबर ठग

-वाॅइस क्लोनिंग कर मुंबईकरों को बना रहे निशाना
सामना संवाददाता / मुंबई
सायबर ठगों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का खतरनाक खेल शुरू कर दिया है। इसका खतरा बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक मंडराने लगा है। बच्चों की आवाज की नकल कर बड़ी आसानी से परिजनों को ठगा जा रहा है। मालवणी में एक स्कूली बच्चे की एआई द्वारा आवाज नकल करके बच्चे के पिता को ठगे जाने के मामले ने सभी को परेशानी में डाल रखा है। इसके अलावा मुंबई में दो और मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें एआई द्वारा आवाज की नकल कर लाखों रुपए की ठगी की गई है।
मालवणी के मदर टेरेसा स्कूल में पढ़नेवाले एक छात्र का ५ दिसंबर को उसके पिता को व्हॉट्सऐप कॉल आता है और कहता है, ‘पापा मुझे बचा लो, ये लोग मुझे मार डालेंगे’। आवज सुनते ही बच्चे के पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। पिता शफीक अंसारी अपने बेटे की आवाज ‘पापा मुझे बचा लो’ सुनकर थोड़ी देर के लिए सुन्न हो गए। तब तक फोन पर एक व्यक्ति की आवाज आती है। वह अपने आपको क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताता है और कहता है कि उनके बेटे जैद को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बच्चे को केस से बचाना चाहते हो, तो फौरन खाते में २० हजार रुपए ट्रांसफर कर दो। बेटे जैद के गिड़गिड़ाने की आवाज शफीक को रोक न सकी और शफीक ने अपने बेटे को बचाने के लिए २० हजार रुपए बताए गए खाते में डाल दिए। बाद में पता चला कि उनका बेटा किसी रेप में फंसा ही नहीं था।

वॉइस क्लोनिंग कर जैद की आवाज बनाई
पिता शफीक अंसारी के साथ की ठगी

पुलिस द्वारा छानबीन किए जाने के बाद पता चला कि सायबर अपराधियों ने शफीक के बेटे जैद की आवाज एआई वॉइस क्लोनिंग के जरिए हू-बहू नकल की और शफीक अंसारी को डराकर लूट लिया। सायबर एक्सपर्ट की मानें तो सायबर अपराधी एआई टेव्नâोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए लोगों की आवाज के ऑनलाइन डाटा का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें वॉइस क्लोनिंग के तरीके से सायबर ठग लोगों की आवाज की नकल कर लेते हैं। क्लोनिंग की गई आवाज में कोई भी असली-नकली का फर्क नहीं कर सकता है। इसी तरह सितंबर महीने में एआई द्वारा वॉइस क्लोनिंग करके नकली आवाज के जरिए एक महिला के साथ ३.३७ लाख रुपए की ठगी हुई। ४३ वर्षीय आर्ट डायरेक्टर एक डेटिंग ऐप पर अद्वैत नामक व्यक्ति से मिली, दोनों में दोस्ती हो गई। अद्वैत विदेश में रहता था। अद्वैत ने महिला को बताया था कि वह जल्द ही मुंबई आनेवाला है। १६ सितंबर को महिला को दिल्ली कस्टम अधिकारी के नाम पर कॉल आता है और कहा जाता है कि अद्वैत नामक व्यक्ति एयरपोर्ट पर पकड़ा गया है। कॉल करनेवाले ने महिला को अद्वैत से फोन पर बात भी करवाई। अद्वैत की आवाज सुनकर महिला घबरा गई और उसे बचाने के लिए फौरन सामनेवाले के खाते में पैसे डाल दिए। बाद में पता चला कि सायबर ठगों ने अद्वैत की नकली आवाज के जरिए महिला को ठग लिया। अक्टूबर महीने में पवई रहनेवाले ६८ वर्षीय बिजनेसमैन के साथ ठगी हुई। कॉल करनेवाले ने खुद को दुबई में भारतीय दूतावास का अधिकारी बताया और कहा कि आपके बेटे को संगीन अपराध के मामले में दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। कॉल करनेवाले ने बिजनेसमैन को फोन पर उनके बेटे से बात भी करवाई।

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