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तबाही की तारीख तय! …नासा ने जताई चिंता …२४ सितंबर, २१८२ को आएगा प्रलय

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
दुनिया की तबाही की खबरें पिछले कई सालों से आती रही हैं। हम जिस दुनिया में रहते हैं, उसे लेकर काफी कुछ कहा जाता है। कुछ लोग बताते हैं कि हर चीज का अंत होता है और एक दिन दुनिया का भी अंत होगा। कुछ लोग उस दिन को कयामत तो कुछ लोग प्रलयकारी दिन कहते हैं। हालांकि डायनोसॉर्स को लेकर जो अवधारणाएं बताई जाती हैं, उनमें सबसे मान्य थ्योरी ये है कि विशाल उल्कापिंड के टकराने के बाद ही उनका अस्तित्व खत्म हुआ होगा। अब दुनिया की तबाही को लेकर एक तारीख तय की गई है और कहा गया है कि इस दिन दुनिया का अंत हो जाएगा। कहा जा रहा है कि २४ सितंबर २१८२ को दुनिया तबाह हो जाएगी। इस पर अब नासा ने भी चिंता जताई है।
दरअसल, अंतरिक्ष की दुनिया में बहुत से रहस्य हैं, जिनमें से हम बहुत कम का पता लगा पाए हैं। आए दिन यहां उल्कापिंड के धरती के पास से गुजरने की खबरें आती रहती हैं। हालांकि, जिस बड़े उल्कापिंड को लेकर वैज्ञानिकों की चिंता लगातार बनी हुई है, उससे धरती का अंत भी हो सकता है। खुद शोधकर्ताओं ने बताया है कि ये उल्कापिंड धरती की सतह से टकराएगा और ये इतनी भयानक टक्कर होगी कि इससे २२ एटम बमों के गिरने जितनी ऊर्जा पैदा होगी। करीब साढ़े सात पहले ही एक स्पेसक्राफ्ट को बेनू पिंड के सैंपल लेने के लिए भेजा गया था, ताकि उससे मिलने वाली जानकारी का इस्तेमाल धरती को बचाने में हो सके।
बेहद भयानक होगा प्रलय का दिन
जिस एस्टेरॉयड से धरती के अंत की आशंका है, उस स्पेस रॉक का नाम बेनू रॉक है। ये हमारी धरती से होकर यूं तो हर ६ साल में गुजरता ही है, लेकिन वैज्ञानिकों ने बताया है कि एक खास वक्त और दिन पर जब ये गुजरेगा, तो इससे होने वाली तबाही कोई नहीं रोक पाएगा। आशंका जाहिर की जा रही है कि २४ सितंबर, २१८२ ही वो दिन होगा, जब धरती से ये विशाल उल्कापिंड टकरा जाएगा। हालांकि, इससे धरती को बचाने की मुहिम में इंटरनेशनल स्पेस एजेंसी नासा जुटी हुई है।

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