फिरोज खान / मुंबई
अगर किसी सामान्य नागरिक के फोन की घंटी बजे और कॉल उठाते ही सामने से आवाज आए कि हलो, मैं ‘दाऊद इब्राहिम’ बोल रहा हूं तो उसकी हालत खराब हो ही जाएगी। हाल ही में मुंबई में हुए देश के सबसे बड़े डिजिटल अरेस्ट कांड में अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम का नाम सामने आया है। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या ‘दाऊद’ ने भी डिजिटल अरेस्ट का धंधा शुरू कर दिया है?
एक वक्त था जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड के नाम पर व्यापारी, बिल्डर और फिल्मी हस्तियों से बेखौफ ‘वसूली होती थी। डी’ कंपनी के सिपहसालार छोटा शकील हो या अबू सलेम, मौत का डर दिखाकर करोड़ों रुपए का प्रोटेक्शन मनी वसूल करते थे। इस बीच कुछ छोटे-मोटे गुंडे अंडरवर्ल्ड के नाम पर हफ्ता मांगकर अपनी दुकान चलाते थे। अब वही दौर लौट आया है। फर्क सिर्फ यह है कि पहले फोन पर धमकाया जाता था और अब सायबर ठगी यानी डिजिटल अरेस्ट में अंडरवर्ल्ड का डर दिखाया जा रहा है। इसका खुलासा तब हुआ, जब मुंबई में देश के सबसे बड़े डिजिटल अरेस्ट मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
दाऊद के नाम से गुंडे देते हैं धमकी?
तीन स्थानीय आरोपियों की गिरफ्तारी से खुला राज
अब छोटे-मोटे गुंडे भी अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के नाम पर धमकाने लगे हैं। हाल ही में एक डिजिटल अरेस्ट मामले में कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ है। इनमें से एक आरोपी पीड़ितों को डराने और धमकाने के लिए दाऊद का नाम लेता था। यहां तक के आरोपी ने अपने ‘ट्रू कॉलर’ पर भी दाऊद इब्राहिम नाम सेट कर के रखा था।
बता दें कि हाल ही में साइबर प्रâॉड का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था, जहां एक ८६ साल की बुजुर्ग महिला को करीब २ महीने तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया और उसके बैंक एकाउंट से २० करोड़ रुपए उड़ा लिए गए। जालसाजों ने अपने आप को सीबीआई अफसर बताकर महिला को डिजिटल अरेस्ट किया और रिश्तेदारों से बात न करने की धमकी दी। सायबर अपराधियों ने पीड़िता से अपने बिजनेस और पैâमिली मेंबर्स की जानकारी मांगी। जालसाजों ने महिला को विभिन्न बैंक खातों में कई किस्तों में कुल २०.२५ करोड़ रुपए ट्रांसफर करा लिए।
किराए पर बैंक खाता
साइबर सेल अधिकारी के अनुसार, एक आरोपी ने अपना बैंक खाता साइबर अपराधियों को किराए पर दिया था, जिससे उन्होंने धोखाधड़ी से प्राप्त पैसा जमा किया। पुलिस के मुताबिक एक आरोपी लोगों को डराने और धमकाने के लिए खुद को दाऊद इब्राहिम बताता था और अपने ट्रू कॉलर पर भी दाऊद इब्राहिम का नाम इस्तेमाल किया।
नौकरानी को हुआ शक
ठगों ने बुजुर्ग महिला को यह विश्वास दिलाया कि यह एक गोपनीय जांच का हिस्सा है और उनकी सुरक्षा के लिए ऐसा करना जरूरी है। लेकिन पीड़िता के घर काम करने वाली महिला ने उनके व्यवहार में परिवर्तन देखा और उनकी बेटी को सूचित किया। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ और मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी इंटरनेशनल जालसाजों के संपर्क में थे।
बुजुर्ग महिला से साइबर ठगी करके उड़ाए थे २० करोड़। पकड़े जाने पर साइबर अपराधियों की करतूतों का हुआ खुलासा