सामना संवाददाता / नई दिल्ली
कल म्यांमार और थाईलैंड समेत ५ देश भूकंप के झटकों से थर्रा उठे। म्यामांर में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता ७.७ मापी गई। म्यांमार में भूकंप के चलते २५ लोगों के मारे जाने की खबर है। म्यांमार के मांडले में जहां २० लोगों की मौत हो गई, वहीं ताउंगू में ५ लोग मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। मरने वालों की संख्या के काफी ज्यादा होने का अंदेशा है। भूकंप के बाद के आए ऑफ्टर शॉक से भी दहशत मची हुई है। कई इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के बाद एक ३० मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरने से ३ मजदूरों की मौत हो गई और ८१ लोग मलबे में फंस गए। थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री फुमथाम वेचयाचाई के अनुसार, यह हादसा म्यांमार में आए ७.७ तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के कारण हुआ। खबर लिखे जाने तक राहत और बचाव कार्य जारी था।
भारतीयों की मदद
थाईलैंड में शक्तिशाली भूकंप के झटकों के बाद बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक आपातकालीन नंबर जारी किया है। दूतावास ने कहा कि हम थाई अधिकारियों के साथ स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं, अभी तक किसी भी भारतीय नागरिक के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
९० साल पुराना पुल ढहा
म्यांमार के मांडले में ९० साल पुराना ऐतिहासिक ‘अवा ब्रिज’ इरावदी नदी में गिर गया। इसके अलावा, एक मस्जिद का हिस्सा ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। नायपीदाव सहित कई शहरों में सड़कों और इमारतों में दरारें पड़ गर्इं। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में गिरी हुई इमारतें, सड़क पर पैâला मलबा और लोगों की अफरा-तफरी दिखाई दे रही है।
म्यांमार में था केंद्र
भूकंप का केंद्र म्यांमार में था, लेकिन इसके प्रभाव से बैंकॉक समेत कई इलाकों में झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने हादसे में हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।