मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
डबल इंजन सरकार के दावे से लगता है कि देश का आम नागरिक बहुत सुखमय जीवन जी रहा है, लेकिन जमीन की हकीकत बहुत भयावह है। अमरोहा में बेटी की शादी को लेकर मानसिक रूप से परेशान चल रहे होमगार्ड सत्यपाल सिंह (50) ने फंदे पर लटक कर जान दे दी। सोमवार की रात अमरोहा में ड्यूटी करके घर के लिए निकले थे, लेकिन गांव से करीब चार किलोमीटर दूर आम के बाग में उनका शव मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की। फोरेंसिक टीम ने भी सबूत जुटाए। घटनास्थल पर ही खड़ी होमगार्ड की बाइक से उनका मोबाइल और सुसाइड नोट मिला है। मृतक होमगार्ड सत्यपाल सिंह नौगांवा सादात थानाक्षेत्र के ढक्का गांव के रहने वाले थे। परिवार में पत्नी तारावती के अलावा दो बेटी और एक बेटा है। बड़ी बेटी किरन की शादी तय हो गई थी। नौ अप्रैल को उसकी बरात आनी है। सोमवार की सुबह लग्न की रस्म अदायगी हुई। बेटी की शादी को लेकर सत्यपाल सिंह मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। परिजनों के मुताबिक, सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे सत्यपाल सिंह ड्यूटी पर गए थे। रात करीब 10 बजे तक उन्होंने अपने साथी होमगार्ड मकरंद के साथ अमरोहा नगर के कैलसा चौराहे पर ड्यूटी की थी, जिसके बाद अपनी बाइक पर सवार होकर घर के लिए निकल गए थे। लेकिन सत्यपाल सिंह घर नहीं पहुंचे, जिसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। जब सत्यपाल सिंह के लापता होने की जानकारी उनके साथी होमगार्डों को लगी तो वह भी उनकी तलाश में जुट गए। अमरोहा नगर कोतवाली में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। मंगलवार की सुबह नाजरपुर खुर्द गांव के लोग खेतों पर निकले तो आम के बाग में सत्यपाल सिंह का शव लटकता मिला।
सूचना मिलते ही पुलिस और परिजन मौके पर पहुंच गई। एसपी कुंवर अनुपम सिंह का निर्देश पर सीओ सिटी अरुण कुमार और अमरोहा नगर इंस्पेक्टर राजेश कुमार तिवारी भी पहुंच गए। फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर जाकर साक्ष्य जुटाए। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान पुलिस को घटनास्थल पर ही होमगार्ड सत्यपाल सिंह की बाइक खड़ी मिली। बाइक की डिग्गी की तलाशी के दौरान उनका मोबाइल फोन और एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें होमगार्ड सत्यपाल सिंह के कर्ज में डूबने से लेकर बेटी की शादी में आ रही उलझन की बात लिखी है। सीओ सिटी अरुण कुमार ने बताया कि होमगार्ड सत्यपाल सिंह ने सुसाइड की है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
सुसाइड नोट में ये लिखा
मैं सत्यपाल सिंह ग्राम ढक्का अत्यंत दुखी हूं, मैं और मेरे परिवार कर्ज में डूब गया। मुझे बेटी की शादी करने के लिए और कर्ज लेना पड़ा, फिर भी शादी का कार्य पूरा नहीं हो पा रहा। मुझे दो गांव की राजनीति ने बर्बाद कर दिया। अतः श्रीमान डीएम साहब से मेरा अनुरोध है कि मेरी संपत्ति मेरे परिवार को मिलनी चाहिए। मैं अपने आप आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी बेटी की शादी हो जानी चाहिए। सत्यपाल सिंह।