सामना संवाददाता / उल्हासनगर
उल्हासनगर महानगरपालिका अंतर्गत प्रशासन और ठेकेदारों की मिलीभगत से पूरे शहर का बंटाधार हो रहा है, वहीं विकासशील योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। जिसका जीता-जागता नमूना उल्हासनगर वैंâप नंबर-चार स्थित बीटीसी गार्डन में हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख माननीय बालासाहेब ठाकरे स्मारक एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित स्टेडियम के निर्माण की परियोजना में हो रही देरी है। यह परियोजना कब पूरी होगी, इसका जायजा लेने गई मनपा आयुक्त मनीषा आव्हाडे ने देखा कि निर्माणकार्य की जगह पर न तो काई मजदूर था और न ही किसी प्रकार का निर्माणकार्य चल रहा है। इससे नाराज मनपा आयुक्त के आदेश पर ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इस परियोजना के २७ जनवरी २०२१ को कार्यारंभ आदेश जारी किया गया था, परंतु २० जनवरी २०२५ को हुए निरीक्षण में परियोजना स्थल पर लंबे समय से काम बंद है, ऐसा पाया गया। काम की धीमी प्रगति से आयुक्त मनीषा आव्हाले नाराज दिखी।
२४ घंटे के भीतर स्पष्टीकरण आदेश
महानगरपालिका द्वारा जारी नोटिस में ठेकेदार से २४ घंटे के भीतर कार्य में देरी का संतोषजनक स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि यदि ठेकेदार निर्धारित समय में उत्तर देने में विफल रहता है तो निविदा शर्तों के तहत उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की चेतावनी भरा आदेश आयुक्त मनीषा आव्हाडे के आदेश पर किशोर गवस (अतरिक्त आयुक्त (सेवा – २) ने ठेकेदार को नोटिस दी है।