बंजर रेगिस्तान बन जाएगी राजधानी
मुंगेशपुर में ३० मई को ५२.३ डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था पारा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
दिल्ली में हाल ही में तापमान बढ़कर ५२.३ डिग्री सेल्सियस हो जाने पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा है कि यदि वनों की कटाई के प्रति वर्तमान पीढ़ी का रुख उदासीन बना रहा, तो राष्ट्रीय राजधानी एक बंजर रेगिस्तान बन जाएगी।
जस्टिस तुषार राव गेडेला ने कहा कि इस तथ्य पर न्यायिक संज्ञान लिया गया है कि हाल ही में ३० मई को दिल्ली में आधिकारिक तापमान ५२.३ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अगर वर्तमान पीढ़ी वनों की कटाई के प्रति उदासीन दृष्टिकोण अपनाती रही तो वह दिन दूर नहीं, जब यह शहर केवल एक बंजर रेगिस्तान बनकर रह जाएगा। हाई कोर्ट ने इससे पहले अपने पूर्व जस्टिस नजमी वजीरी को दिल्ली में वनों के संरक्षण से संबंधित शहर के अधिकारियों की एक आंतरिक विभागीय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था। उच्च न्यायालय को सूचित किया गया कि वजीरी बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ हैं।
अदालत ने दी चेतावनी
अदालत ने कहा कि यह अदालत ऐसी स्थिति को बर्दाश्त नहीं कर सकती, जहां अध्यक्ष (जस्टिस वजीरी) कार्यालय स्थान या क्लर्क और सहायक कर्मचारियों या यहां तक कि ट्रांसपोर्ट साधनों की कमी के कारण जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में असमर्थ हों। उन्होंने कहा कि हालांकि, विभाग (वन एवं वन्यजीव) को अलग-अलग क्षमता में कर्मचारी उपलब्ध कराने का निर्देश देने के बजाय, विभाग को मामले को पूरी गंभीरता से आगे बढ़ाने का निर्देश देना उचित समझा गया है कि किसी भी स्थिति में मंजूरी में १५ जून से अधिक देरी नहीं की जाए।