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दिल्ली के ज्वैलरी कारोबारी ने वाराणसी में की आत्महत्या, कर्ज से था परेशान

मां को नींद की गोली देकर बेटे ने की आत्महत्या

उमेश गुप्ता/वाराणसी

भेलूपुर थाना से महज 50 मीटर की दूरी पर दिल्ली के रहने वाले साहिल मलिक उम्र लगभग 20 वर्ष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। हैरानी की बात यह है कि होटल के युवक ने फांसी लगाई उसी कमरे में उसकी मां भी थी। वहीं लोगों ने बताया कि युवक ने फांसी लगाने से पहले अपनी मां को नींद का गोली दे दिया था। युवक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था जो पुलिस ने बरामद किया है। इस घटना के बाद मां का बुरा हाल हो गया है और बदहवास की स्थिति में है। वही होटल के संचालक ने बताया कि युवक और उसकी मां रात्रि लगभग 1:00 बजे के करीब होटल में पहुंचे थे। साहिल मलिक दिल्ली से आया था और उसे अपनी मां के साथ बरेली जाना था। वही होटल संचालक से बताया कि सुबह 6:00 बजे जब उसकी मां की नींद खुली तो वह दौड़ते हुए नीचे रिसेप्शन पर पहुंची। इसके बाद वह कुछ बोल नहीं पा रही थी सिर्फ इशारे से बता रही थी। रिसेप्शन संचालक ने बताया कि आप लिफ्ट से चलिए हम लोग आ रहे हैं। ऊपर जाकर देखा तो युवक पंखे के सहारे दुपट्टे से फांसी लगाकर झूल रहा था। हर्ष को 204 नंबर कमरा बुक किया गया था जिसमें साहिल मलिक और उसकी मां ठहरी हुई थी। इसके बाद होटल संचालक में घटना की सूचना पुलिस को दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस में शव को नीचे उतरवाया और अपने कब्जे में ले लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार साहिल मलिक दिल्ली के करोल बाग का रहने वाला था। पिता का नाम हंसा दत्त और मां का नाम प्रेरणा मलिक बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक कर्ज से परेशान था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच पड़ताल में जुट गई है।

होटल लेने के बाद वह बाहर निकला और चाय पिया मां को होटल में छोड़कर फिर वहां से आया और कमरे में रखे कुर्सी को बिस्तर पर रखकर मां की दुपट्टे को पंखे में फंसाया और फांसी लगा लिया। उसने मां को गुमराह करके यह पूरी घटना को अंजाम दिया। मां इस घटना के बाद हताश-निराश और गुमसुम होकर बैठी हैं किसी से कोई बात नहीं कर रही।

भेलूपुर थाना प्रभारी विजय शुक्ला ने बताया कि दिल्ली करोलबाग थाने के पास ज्वैलरी की दुकान थी। वहां उसने 40-50 लाख रूपए अलग अलग व्यक्ति से कर्ज लिया था। दो दिन पहले वहां से वाराणसी पहुंचा। टोटो वाले से बोला हमें मंदिर दर्शन करा दो,टोटो वाले ने बताया कि मंदिर बंद है फिर बाहर से बाबा को हाथ जोड़ लिया‌। दुर्गा मंदिर भी बाहर से दर्शन किया फिर रूम ले लिया। फिर गौरव वर्मा नाम से जो गलत नाम था उससे इंटी किया और होटल में कमरा लिया।

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