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काली कारों की डिमांड बढ़ी … सफेद कारों में गिरावट के बाद आया थोड़ा उछाल

सामना संवाददाता / मुंबई
एक समय था जब भारत में काली कारों को बहुत कम लोग पसंद करते थे,लेकिन कुछ समय से काली के साथ नीली कारों की लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हुआ है। सबसे हैरानी की बात यह है कि २०२१ से २०२३ तक सफेद कारों की बिक्री में गिरावट देखी गई, लेकिन २०२४ में सफेद कारों की बिक्री में उछाल देखने को मिला। एक रिपोर्ट के अनुसार, साल २०२१ में काले रंग की कारों को खरीदने वालों की संख्या महज १४.८ प्रतिशत थी। जबकि साल २०२४ में इनकी संख्या जबरदस्त उछाल देखा गया। जो १४.८ प्रतिशत से बढ़कर २०.२ प्रतिशत हो गई।
इसी तरह अगर बात नीली रंग की कारों की जाए तो साल २०२१ में इसको खरीदने वाले ८.८ प्रतिशत थे जो साल २०२४ में बढ़कर १०.९ प्रतिशत हो गए। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में अब भी सफेद रंग की कारों का क्रेज बना हुआ है।
हालांकि, २०२१ से २०२३ तक सफेद कारों की डिमांड कम थी। मगर २०२४ में इजाफा हुआ है। साल २०२१ में सफेद रंग की कार खरीदने वालों की संख्या ४३.९ प्रतिशत थी जो साल २०२२ में घटकर ४२.२ प्रतिशत हो गई और साल २०२३ में घटकर ३९ प्रतिशत हो गई। हालांकि साल २०२४ में सफेद रंग की कारों की फिर लोकप्रियता देखने को मिली और ३९.३ प्रतिशत लोगों ने सफेद कारों की खरीदारी की ।

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