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बिल पास करने के लिए रिश्वत का आरोप … मनपा अधिकारी के खिलाफ ठेकेदार ने की शिकायत

सामना संवाददाता / मुंबई
कुर्ला एल वॉर्ड अंतर्गत मनपा अधिकारी द्वारा ठेकेदार से बिल पास करने के एवज में पैसा मांगने का मामला प्रकाश में आया है। बता दें कि मुंबई मनपा विभिन्न सामाजिक संगठनों को क्षेत्र में साफ सफाई करने के लिए टेंडर जारी करती है। एल वॉर्ड अंतर्गत सुहासिनी महिला बचत गट के अध्यक्ष विनोद सोनकांबले ने मनपा के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत की है कि वर्ष २०२२ में घन कचरा विभाग के पर्यवेक्षक चंद्रकांत सावंत ने उनसे ५ हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी, जिसकी शिकायत उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से की थी। इसके बाद सावंत को उस बीट से हटा दिया गया था। जनवरी महीने से सावंत को फिर से उसी बीट का इंचार्ज बनाया गया। इस बार सावंत ने फिर ५ हजार रुपए रिश्वत की मांग विनोद सोनकांबले से की। विनोद ने रिश्वत देने का वादा फरवरी महीने में किया। इसके बाद चंद्रकांत सावंत ने जनवरी का बिल पास कर दिया, लेकिन फरवरी महीने में रिश्वत नहीं देने से नाराज चंद्रकांत सावंत ने उस महीने का बिल रोक दिया। इस बीच सावंत का तबादला फिर उस बीट से दूसरी जगह हो गया। नए पर्यवेक्षक ने मार्च महीने का बिल निकाल दिया। जबकि फरवरी महीने का बिल चंद्रकांत सावंत द्वारा रोकने की वजह से अभी भी अटका हुआ है। सावंत की रिश्वतखोरी से नाराज सोनकांबले ने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। इस संदर्भ में प्रतिक्रिया लेने के लिए चंद्रकांत सावंत तथा सहायक आयुक्त धनाजी हरलेकर से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

जांच का आदेश दिया
इस मामले में शिकायत कल ही मुझे प्राप्त हुई है। मैंने इस संदर्भ में एल वॉर्ड के सहायक अभियंता को जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। काम हो जाने के बाद किसी भी परिस्थिति में ठेकेदार का बिल नहीं रोका जा सकता है। अगर कार्य में कोई त्रुटि है तो भी फाइन लगाकर बिल पास कर दिया जाता है।
प्रमोद कासकर, उप मुख्य पर्यवेक्षक, घन कचरा विभाग (मुंबई)

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