-मुंबई बनती जा रही हॉटस्पॉट
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले तीन महीनों के दौरान मलेरिया के १,१३८, डेंगू के ८१२ और चिकनगुनिया के ५०७ मरीज सामने आए हैं। शहरी क्षेत्रों में इन बीमारियों का सबसे ज्यादा असर मुंबई मनपा क्षेत्र में देखने को मिला है।
रिपोर्ट की मानें तो १४ जनवरी तक राज्य में मलेरिया के ४०१ और डेंगू के २१० मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद सिर्फ ढाई महीने में मलेरिया के मामलों की संख्या दोगुनी हो गई, जबकि डेंगू के केस पांच गुना तक बढ़ गए हैं। जिलों की बात करें तो गढ़चिरोली में मलेरिया के सबसे अधिक ६४४ मरीज मिले हैं। इसके अलावा रायगड में ९०, गोंदिया में ११ और ठाणे में ७ मरीजों की पुष्टि हुई है। महानगर पालिकाओं में पनवेल ११० मामलों के साथ सबसे आगे है, जबकि मुंबई में १०२, ठाणे में ६८ और कल्याण व मीरा-भायंदर में २५-२५ मरीज मिले हैं। डेंगू के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। पालघर में ७७, पुणे में ७१, अकोला में ६२ और सिंधुदुर्ग में ५६ डेंगू के मरीज सामने आए हैं। मनपा क्षेत्रों की बात करें तो मुंबई में २२१, नासिक में ९०, अकोला में ६९ और मालेगांव में ५४ मामले दर्ज किए गए हैं। चिकनगुनिया के मामले भी कम नहीं हैं। पुणे में ६०, अकोला में ५०, सिंधुदुर्ग में ४३ और पालघर में ३४ मरीज सामने आए हैं।