रामदिनेश यादव / मुंबई
राज्य मंत्रिमंडल के गठन के लगभग डेढ़ महीने बाद भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रियों को पीए नहीं मिले हैं। वह भी लगभग आधे मंत्रियों के कार्योलयों में पीए की नियुक्ति नहीं हो पाई है। सूत्रों की मानें तो सीएम के सहयोगी मंत्री अपनी पसंद के निजी सहायकों (पीए) की तलाश में अब भी जुटे हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग ने १७ जनवरी को मंत्रियों के लिए पीए और विशेष कार्य अधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की है। इसके बावजूद कई मंत्रियों को पीए नहीं मिलने से उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है, और वे अपने विभागीय कार्यों को सुचारू रूप से संभालने के लिए जल्द से जल्द पीए की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। शासन के कार्यालयों में कार्यरत वर्ग १ और वर्ग २ के अधिकारियों को मंत्रियों के साथ `विशेष अधिकारी ऑन ड्यूटी’ तैनात किया गया है। हालांकि, इन अधिकारियों की स्वच्छ छवि की गारंटी के लिए वित्त विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय में जिला नियोजन अधिकारी रविंद्र काले, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के कार्यालय में पशुधन विकास अधिकारी डॉ. अमर भडंगे, महसूल मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के पास अपर जिलाधिकारी प्रवीण महाजन, उप जिलाधिकारी नीलेश श्रींमी, तहसीलदार प्रशांत पाटील और कक्ष अधिकारी राहुल गांगुर्डे को बतौर पीए नियुक्त किया गया है। जलसंपदा मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटील के कार्यालय में उपायुक्त जयदीप पवार और नायब तहसीलदार डॉ. गौरीशंकर चव्हाण, वैद्यकीय शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ के कार्यालय में अपर सचिव नंदकुमार आंदलकर और उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी भूपेंद्र बेडसे, उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील के कार्यालय में लेखा परीक्षक बालासाहेब यादव, अन्न व नागरी पुरवठा मंत्री धनंजय मुंडे के कार्यालय में मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. प्रशांत भामरे, कौशल्य व रोजगार मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के कार्यालय में उप जिलाधिकारी महेश शेवाले और पंकज पाठक, पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे के पास अपर जिलाधिकारी मंदार वैद्य को पीए नियुक्त किया गया है।
इनको है पीए की प्रतीक्षा
राज्य मंत्रिमंडल के १७ मंत्री अभी भी निजी सहायक (पीए) की तलाश में हैं। इनमें संजय राठौड़, नितेश राणे, उदय सामंत, गिरीश महाजन, गुलाबराव पाटील, गणेश नाइक, दादाजी भुसे, जयकुमार रावल, अतुल सावे, शंभुराज देसाई, आशिष शेलार, अदिति तटकरे, जयकुमार गोरे, मकरंद पाटील, आकाश पुंडकर और प्रकाश आबिटकर शामिल हैं। राज्य मंत्री के रूप में छह विधायकों ने शपथ ली, लेकिन उनमें से केवल चार को ही पीए मिले हैं। इन चार भाग्यशाली मंत्रियों में पंकज भोयर, मेघना बोर्डीकर, इंद्रनील नाइक और माधुरी मिसाल शामिल हैं। योगेश कदम और आशिष जयसवाल अभी भी बिना पीए के हैं और उनके लिए उपयुक्त पीए की तलाश जारी है।