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मध्य रेलवे प्रशासन के नोटिस पर भड़के भक्त …दादर के हनुमान मंदिर को नहीं लगाने देंगे हाथ!

सामना संवाददाता / मुंबई
दादर के ८० साल पुराने हनुमान मंदिर को अवैध करार देकर गिराने का नोटिस थमाने वाले मध्य रेलवे प्रशासन के खिलाफ भक्तों में गहरा आक्रोश पैदा हो गया है। यह हनुमान मंदिर हमारी वर्षों पुरानी आस्था का प्रतीक है और इसे मनमानी कार्रवाई के तहत गिराने की अनुमति नहीं दी जाएगी। भक्तों ने चेतावनी देते हुए कहा है, ‘बुलडोजर सह लेंगे, लेकिन हनुमान मंदिर को हाथ नहीं लगाने देंगे।’ साथ ही, रेलवे के इस कदम के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करने की भी घोषणा की गई है।
दादर में मध्य रेलवे के प्लेटफॉर्म नंबर १२ के पास स्थित इस हनुमान मंदिर को अवैध निर्माण बताते हुए इसे सात दिनों के भीतर हटाने का आदेश दिया गया है। अन्यथा, रेलवे प्रशासन खुद कार्रवाई करेगा और ध्वस्तीकरण का खर्च भी वसूल करेगा। यह नोटिस रेलवे के कार्यकारी सहायक मंडल अभियंता ने मंदिर के ट्रस्टियों को भेजा है। इस खबर के बाद न सिर्फ भक्तों बल्कि मुंबईवासियों में भी भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है। मंदिर के पास पहुंचने वाला हर भक्त रेलवे प्रशासन को चुनौती देते हुए कह रहा है, ‘हिम्मत है तो हाथ लगाकर दिखाओ।’
मंदिर को हर हाल में बचाएंगे!
दादर का यह हनुमान मंदिर करीब आठ दशक पहले गरीब हमालों ने मिलकर बड़ी श्रद्धा से स्थापित किया था। इसी स्थान पर साई बाबा का भी एक छोटा मंदिर है। दादर स्टेशन पर आने वाले यात्री सुबह-सवेरे दर्शन कर अपनी यात्रा शुरू करते हैं। ऐसे में इस श्रद्धास्थल को अवैध करार देकर तोड़ने की कोशिश की गई, तो रेलवे प्रशासन को सबक सिखाने की चेतावनी दी गई है। भक्तों ने स्पष्ट कहा है कि मंदिर को हर हाल में बचाया जाएगा। मध्य रेलवे द्वारा मनमाने तरीके से भेजी गए नोटिस को लेकर भक्तों में भारी नाराजगी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि प्रशासन तुरंत यह नोटिस वापस ले, अन्यथा जोरदार आंदोलन किया जाएगा।

जैसे ही हनुमान मंदिर को रेलवे द्वारा नोटिस थमाए जाने की जानकारी मिली, हर भक्त की ओर से गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। हम किसी भी हालत में मंदिर तोड़ने नहीं देंगे। इसके लिए लड़ने को पूरी तरह तैयार हैं।
-प्रकाश कारखानीस, ट्रस्टी

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