सामना संवाददाता / मुंबई
परली विधानसभा क्षेत्र के परली शहर में मतदान के दौरान एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के नेता माधव जाधव के साथ मारपीट का मामला सामने आया था। इस घटना का असर जाधव के गांव घाटनांदूर में देखने को मिला, जहां आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बैंक कॉलोनी क्षेत्र के मतदान केंद्र में घुसकर ईवीएम मशीन तोड़ दी। इसके चलते शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। राकांपा का आरोप है कि अजीत पवार गुट के धनंजय मुंडे इस क्षेत्र से हार रहे हैं। यही वजह है कि वे अपना आपा खो चुके हैं और अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमले करवा रहे हैं।
मतदान के अगले दिन गुरुवार को शरद पवार गुट के उम्मीदवार राजेसाहेब देशमुख ने प्रेस कॉन्प्रâेंस आयोजित कर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन धनंजय मुंडे के गुंडों ने तोड़ी थी। फिलहाल बिहार से भी ज्यादा गुंडागर्दी यहां हो रही है। उन्होंने कहा कि धनंजय मुंडे यहां से हार रहे हैं, उसी की खीझ वे निकाल रहे हैं। देशमुख ने यह भी आरोप लगाया कि मतदान केंद्र के सीसीटीवी वैâमरों का कनेक्शन बंद कर दिया गया था। माधव जाधव पर हमला और बूथ तोड़फोड़ धनंजय मुंडे के समर्थकों द्वारा की गई, लेकिन झूठे आरोप लगाकर उनके बेटे और भतीजे पर केस दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि यहां फर्जीवाड़ा हुआ है। लोकतांत्रिक तरीके से मतदान नहीं हुआ और २२ संवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुर्नमतदान की मांग की। इस पर अजीत पवार गुट के उम्मीदवार धनंजय मुंडे ने आरोप लगाया कि राकांपा (शरदचंद्र पवार) के उम्मीदवार राजेसाहेब देशमुख ने दहशत पैâलाने का काम किया है और देशमुख पिता-पुत्र पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। दूसरी ओर ईवीएम तोड़फोड़ मामले में घाटनांदूर पुलिस स्टेशन में अपराध दर्ज किया गया है।
बिहार से ज्यादा गुंडागर्दी!
देशमुख ने आरोप लगाया कि सत्ता का दुरुपयोग कर आम लोगों को भयभीत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस, राजस्व विभाग और प्रशासन सब उनके साथ हैं। इस तरह की अराजकता पहले कभी नहीं देखी गई। बिहार भी इस गुंडागर्दी के आगे शरमा जाएगा।