– देशमुख के परिवार से क्यों नहीं मिले मुंडे
– विपक्ष ने उठाया सवाल
सामना संवाददाता / मुंबई
घर और जमीन पर कब्जे करना, संतोष देशमुख की निर्दयता से हत्या करना और वीडियो कॉल पर देखकर खुश होना ऐसे आरोपियों के लिए आंदोलन कर रहे हो और समर्थन दे रहे हो।
उधर राज्य के वरिष्ठ मंत्री धनंजय मुंडे के परली आने और वाल्मीक कराड के परिवार से मिलने से राजनीति गर्म हो गई है तथा लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं। कराड के घर जाकर परिवार की पीठ पर हाथ रखने का वक्त धनंजय मुंडे को मिल गया लेकिन, फिर उन्हें देशमुख का परिवार क्यों याद नहीं आया? मुंडे की इस मुलाकात से अब साफ हो गया है कि इन सबके पीछे मुंडे का ही हाथ है? अब ऐसा शक नहीं कंफर्म हो गया है।
ऐसा सवाल उठाते हुए भाजपा नेता सुरेश धस ने मामला दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि मुंडे ने अच्छा किया, मंत्री पद का फायदा उठाया और कराड को जमकर मदद पहुंचाई है वे कराड घर जाकर उसके परिवार से मिलकर उसे सांत्वना भी दी है, लेकिन संतोष भैया का परिवार तबाह कर दिया गया। कराड के घर जाकर परिवार की पीठ पर हाथ रखने का वक्त तुम्हें नहीं मिला? मुंडे की इस मुलाकात से अब साफ हो गया है कि इन सबके पीछे मुंडे का ही हाथ है? यह जनता को विश्वास हो गया है।
मराठा नेता मनोज जरांगे ने आरोप लगाया कि धनंजय मुंडे की टोली ने यह नई प्रथा शुरू की है। उन्होंने सवाल किया, हत्या के आरोपी के समर्थन में भी आंदोलन हो रहा है। बीड के लोगों से पूछना चाहूंगा क्या संतोष देशमुख के परिवार के लिए न्याय नहीं मांगोगे? या डरपोक लोगों की तरह आरोपियों के पीछे खड़े रहोगे?
जरांगे ने कहा कि हमारी मांग मुख्यमंत्री से है कि हत्या और वसूली के आरोपी एक ही हैं। यह केस अंडर ट्रायल चलना चाहिए और इनमें से कोई भी बचना नहीं चाहिए। जिस घर में आरोपी रहे, उन्हें भी आरोपी बनाया जाना चाहिए। इन सभी का नार्को टेस्ट होना अनिवार्य है। परली के कोने में आंदोलन करने से क्या होगा? हम उससे दस गुना बड़ा आंदोलन बीड में खड़ा कर सकते हैं। हम भी करो या मरो की स्थिति में आंदोलन कर सकते हैं। मनोज जरांगे ने कहा कि क्या मैंने जातिवाद किया? संतोष देशमुख के लिए न्याय मांगने की जगह मेरी तस्वीर पर जूते मारे जा रहे हैं। क्या यही न्याय है? क्या आप आरोपियों का पक्ष लेकर खड़े रहोगे।