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नहीं चाहती थीं जीना

रुपहले पर्दे पर चमकते सितारों को देखने के बाद ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि इन कलाकारों को जीवन में न तो किसी बात का दुख होगा और न ही चिंता, जबकि ऐसा नहीं है। कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दूसरे एपिसोड में नजर आई दीपिका पादुकोण ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों से खुलासा करते हुए बताया कि डिप्रेशन से जूझ रही दीपिका जीना नहीं चाहती थीं। दीपिका ने बताया कि मैं स्कूल की कई चीजों में मेरा इन्वॉल्वमेंट था। २०१४ में एक दिन अचानक बेहोश हो गई और कुछ दिनों बाद अहसास हुआ कि मुझे डिप्रेशन था। डिप्रेशन होने के बावजूद हमें इसका पता नहीं चलता। मैंने पहले तो किसी को कुछ नहीं बताया। मैं मुंबई में अकेली रहती थी, लेकिन जब मेरी मम्मी मुंबई आर्इं और वो वापस जाने लगीं तो मैं रोने लगी। मैंने कहा, ‘मैं असहाय-निराश महसूस कर रही हूं, मुझे जीना ही नहीं है।’ खैर, स्टूडेंट्स को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि मेंटल हेल्थ के लिए सबसे जरूरी है भरपूर नींद और सूरज की रोशनी। इसके साथ ही अपनी भावनाओं को साझा करने में कभी हिचकिचाएं नहीं। अपने विचारों को साझा करके आप अपनी चिंताओं को हल्का कर सकते हैं और बेहतर महसूस कर सकते हैं।

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