मुख्यपृष्ठराशि-भविष्यनहीं आएंगे गंदे विचार ...करें विष्णु सहस्रनाम का पाठ

नहीं आएंगे गंदे विचार …करें विष्णु सहस्रनाम का पाठ

 डॉ. बालकृष्ण मिश्र

गुरुजी, मेरी राशि क्या है। मेरी परेशानियों का निवारण बताएं?
– प्रह्लाद राजकुमार राजभर
(जन्म- ८ जून १९७४, समय- दिन में १०.३० बजे, स्थान- आजमगढ़, उत्तर प्रदेश)
प्रह्लाद जी, आपका जन्म शनिवार के दिन उत्तराषाढ़ नक्षत्र के द्वितीय चरण में हुआ है और आपकी राशि मकर बन रही है। मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, जो मार्च २०२५ में समाप्त हो जाएगी। सिंह लग्न का स्वामी आपकी कुंडली में दशम भाव पर बैठा है, जिसकी वजह से आपने अपने पुरुषार्थ से जीवन में बहुत कुछ बनाया है, वहीं दशम भाव का स्वामी आपकी कुंडली में भाग्य भाव पर बैठा है। आप पुरुषार्थी हैं, लेकिन व्यर्थ के खर्चों पर अंकुश लगाना जरूरी है क्योंकि आपकी कुंडली में १२वें भाव पर बैठा मंगल नीच राशि का है, जो व्यर्थ के खर्चों को बढ़ाता है। अत: शनि का शुभ फल प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ करें। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।

गुरुजी, मन में आनेवाले गंदे विचारों को रोकने के लिए क्या करूं?
– ब्रजनाथ मौर्य
(जन्म- १२ अक्टूबर १९८५, समय- रात्रि १.३०, स्थान- जौनपुर, उत्तर प्रदेश)
ब्रजनाथ जी, आपका जन्म शनिवार के दिन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है और आपकी राशि सिंह बन रही है। लग्न के आधार पर हम देखें तो कर्क लग्न में आपका जन्म हुआ है। कर्क लग्न का स्वामी चंद्रमा आपकी कुंडली में द्वितीय भाव पर बैठा है। १२वें भाव का स्वामी केतु के साथ बैठने और कुंडली में राहु की महादशा में बुध का अंतर चलने के कारण आपके मन में गंदे विचार आते हैं। इन गंदे विचारों को समाप्त करने के लिए विष्णु सहस्रनाम का पाठ सुनें। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।

गुरुजी, मेरी राशि क्या है और शिक्षा कैसी होगी?
– यशी विपिन तिवारी
(जन्म- २९ अप्रैल २०१५, समय- प्रात: ६ बजे, स्थान- प्रयागराज, उत्तर प्रदेश)
यशी जी, आपका जन्म बुधवार के दिन हुआ है और आपकी राशि सिंह बन रही है। यदि लग्न के आधार पर हम देखें तो मिथुन लग्न में आपका जन्म हुआ है। मिथुन लग्न का स्वामी बुध आपकी कुंडली में १२वें भाव पर बैठा है। लग्न भाव का स्वामी यदि १२वें भाव पर बैठता है तो वह स्वास्थ्य और मनोबल को कमजोर कर देता है, लेकिन सूर्य आपकी कुंडली में लाभ भाव पर उच्च राशि का हो करके मंगल ग्रह के साथ बैठा है। मंगल आपकी कुंडली में लाभ और छठे भाव का स्वामी है इसलिए आपकी शिक्षा अच्छी होगी। सिंह राशि के लोगों को प्रतिदिन सूर्य को प्रणाम करना चाहिए, इससे आपका मनोबल बहुत अच्छा हो जाएगा। जीवन की संपूर्ण जानकारी के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।

गुरुजी, मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता उपाय बताएं?
– आर्या तिवारी
(जन्म- १९ अगस्त २०२२, समय- ९ बजे दिन, स्थान- नई मुंबई)
आर्या जी, आपका जन्म शुक्रवार के दिन कृतिका नक्षत्र के द्वितीय चरण में हुआ है और आपकी राशि वृषभ बन रही है। कन्या लग्न में आपका जन्म हुआ है और कन्या लग्न का स्वामी बुध आपकी कुंडली में १२वें भाव के स्वामी के साथ उसी भाव पर बैठा है इसलिए आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा। अगर गोचर के आधार पर हम देखें तो इस समय बृहस्पति आपकी राशि पर विराजमान होकर सप्तम दृष्टि से सप्तम, पंचम और भाग्य भाव को देख रहे हैं इसलिए आपका स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यदि महादशा के आधार पर हम देखें तो सूर्य की महादशा चल रही है। सूर्य आपकी कुंडली में १२वें भाव का स्वामी है। आपकी कुंडली में बालारिष्ट योग के कारण ५ से ७ वर्ष तक की अवस्था तक स्वास्थ्य ऊपर-नीचे होता रहेगा। इसके लिए वैदिक विधि से आपको पूजन करवाना चाहिए। जीवन की संपूर्ण जानकारी के लिए जीवन दर्पण बनवाएं।

‘जीवन दर्पण’ कॉलम के तहत यदि आप अपने बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय और जन्म स्थान के साथ अपना सवाल व्हाट्सऐप नंबर ९२२२०४१००१ पर लिख भेजें।

 

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