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बोईसर में मौत बनकर दौड़ रहे खटारा वाहन! …यातायात नियमों की उड़ रही धज्जियां सड़क पर लगता है मार्केट जाम में फंस रहे लोग

योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर
बोईसर-तारापुर औद्योगिक क्षेत्र में कई नामी गिरामी कंपनियों सहित करीब डेढ़ हजार फैक्ट्रियां हैं, जिससे यहां ट्रक, ट्रेलर सहित हजाराें वाहनाें का आवागमन होता  हैं। इन माल वाहक वाहनों में कई खटारा वाहन भी शामिल होते हैं। इन वाहनों द्वारा जमकर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है, जिनसे अब तक कई लोगों की जान भी गई है। ‘जन सामर्थ्य आदिवासी’ संगठन के अध्यक्ष महेश धोड़ी ने कहा कि सब कुछ देखते हुए भी प्रशासन ने अपनी आंखें बंद कर रखी हैं। समस्या के जल्द समाधान न होने पर वे आंदोलन करेंगे।
सड़काें तक लग रही दुकानें
बोईसर और आस पास के इलाकों में लगातार लोगों की जनसंख्या बढ़ रही है। औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से यहां लाखों लोग रोजाना आते-जाते हैं। यहां की ज्यादातर सड़कों के फुटपाथ पर पहले ही कब्जा कर दुकानें लगी हुई है। जिन पर ठोस कार्यवाही न होने से अब सड़को तक पर दुकानें लग रही है। लोग धड़ल्ले से सड़को पर वाहन खड़ा करते है। बोईसर में अब लोगों का रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप पहुंचना तक मुश्किल हो गया है। लोग रोजाना जाम के जंजाल में फंसने  से कराह रहे हैं।
लोगों की उम्मीदों पर फिरा पानी
जिले में नए ट्रैफिक विभाग की स्थापना के बाद सबकी निगाहें उनके ऊपर टिकी थी। लोगों को विश्वास था कि उन्हें ट्रैफिक के जंजाल में फंसने से मुक्ति मिलेगी और व्यवस्था में परिवर्तन होगा लेकिन हुआ ठीक इसके विपरीत। जिससे एक बार पुनः आम जनता की उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है। नियम तोड़नेवाले बाइक सवारों और कार चालकों को जुर्माने का भय दिखाकर उनसे पैसे लेकर छोड़ दिया जाता है, जिससे यातायात नियम तोड़ने वालों का हौसला बढ़ रहा है। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही है।

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