सामना संवाददाता / मुंबई
एकनाथ खडसे एनसीपी छोड़कर बीजेपी की वॉशिंग मशीन में साफ होने लगे हैं। बीजेपी में शामिल होने के बाद वह राज्यपाल नियुक्त होने की भी योजना बना रहे हैं। लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने पहले ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि खडसे को राज्यपाल पद पर नियुक्त न किया जाए। खडसे के खिलाफ लंबित मामलों को देखते हुए उन्हें राज्यपाल पद के लिए अनुशंसित नहीं किया जाए। कुछ साल पहले एकनाथ खडसे बीजेपी छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए थे लेकिन अब वह दोबारा बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। एकनाथ खडसे ने खुद भी ऐसा ही कहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर वह बीजेपी में शामिल होते हैं तो राज्यपाल पद की दौड़ में होंगे।
इस पृष्ठभूमि में सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने एकनाथ खडसे के खिलाफ लंबित भ्रष्टाचार के मामलों की जानकारी दी है। उन्होंने राष्ट्रपति का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है कि नैतिक पतन के आरोपी व्यक्ति को राज्यपाल नियुक्त नहीं किया जा सकता।