सत्ता की मस्ती है संत्रे परिवार को पीटना
विधान सभा में उठाएंगे आवाज
दानवे पर लगे आरोपों की हो जांच
सामना संवाददाता / मुंबई
संत्रे परिवार के साथ की गई मारपीट का मतलब सत्ता की मस्ती है। एकाध गांव की जमीन पर नजर पड़ी तो वह जमीन दानवे को चाहिए, ऐसा दबाव सत्ताधारी सांसदों और विधायकों ने संत्रे परिवार पर डाला। अगर किसी गांव में जमीन दिखे तो वह जमीन दानवे को दे दी जाए। जबरन मकान में घुसकर संत्रे परिवार को पीटा गया। गरीब बहुजन कुम्हार समाज का यह परिवार दिन-रात मेहनत करके अपना जीवन-यापन कर रहा है। लेकिन जमीन हड़पने के लिए इस परिवार को परेशान किया जाता है और पीटा जाता है। बीजेपी महाराष्ट्र में गैंगस्टर राज लाना चाहती है क्या? ऐसा सवाल विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि गरीब परिवार को परेशान किया जा रहा है, लेकिन हम इस परिवार को न्याय दिलाने की कोशिश करेंगे और इस मामले को विधान सभा में उठाएंगे।
जावखेड़ा गांव में संत्रे परिवार ने गंभीर आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे और विधायक संतोष दानवे के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की और उनका घर तोड़ दिया। संत्रे परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि नेशनल हाइवे बनाने के लिए नियमों का उल्लंघन कर घर को तोड़ा गया है। नष्ट हुए घर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वडेट्टीवार ने जावखेड़ा में अन्याय से प्रभावित संत्रे परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उक्त घटना के बारे में जानने के बाद संत्रे परिवार को न्याय दिलाने के लिए वे दृढ़ संकल्पित हैं।
वडेट्टीवार ने कहा कि जावखेड़ा गांव से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या ७५३ के लिए केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे और विधायक संतोष दानवे के कार्यकर्ताओं ने कुम्हार समाज के संत्रे परिवार के साथ मारपीट की। पीड़ित संत्रे परिवार ने आरोप लगाया है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी घर को अवैध रूप से ध्वस्त करने में शामिल थे। रात में ८ से १० अज्ञात लोगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और घर में तोड़फोड़ करने की घटना केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे के गांव में हुई। जावखेड़ा गांव के कुम्हार समाज के संत्रे परिवार के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर न्याय की मांग की है। इस मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज है।
वडेट्टीवार ने कहा कि हाइवे पर रहते हुए अपनी जमीन और घर बचाना और दूसरे की जमीन लेना, यह सत्ता की मस्ती है। हम सत्ता की इस मस्ती को नहीं चलने देंगे, हम पीड़ित के साथ मजबूती से खड़े हक्े। अगर संत्रे परिवार को कुछ हुआ तो उसका जिम्मेदार रावसाहेब दानवे और उनका परिवार होगा।