सामना संवाददाता / मुंबई
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियन की मृत्यु के मामले में उनके पिता ने मुंबई हाई कोर्ट में याचिका दायर कर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस बारे में मीडिया द्वारा पूछे जाने पर शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि इन आरोपों में कोई तथ्य नहीं है और इसमें लोगों को दिशाभूल करने की कोशिश की जा रही है। झूठ का प्रपंच करोगे तो बूमरैंग होगा। उन्होंने महायुति को चेतावनी देते हुए कहा कि मामला कोर्ट में है, तो जो कुछ भी होगा वह कोर्ट में ही होने दो। ऐसे कड़े शब्दों में उद्धव ठाकरे ने महायुति को चेतावनी दी।
उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट रूप से कहा कि ठाकरे परिवार की छह-सात पीढ़ियां जनता के सामने हैं। इस मामले का आदित्य ठाकरे से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है, उन्होंने कहा कि अगर राजनीति को गलत रास्ते पर ले जाने की कोशिश की गई तो सभी को मुश्किल होगी। अगर झूठ का नाटक करोगे तो यह तुम पर ही बूमरैंग होगा।
माताएं-बहनें रो रही हैं
सरकार का राज्य के अन्य मुद्दों पर ध्यान नहीं है। किसानों की जो चिंता बढ़ रही है, उसके लिए जिम्मेदार कौन है? उनकी माताएं और बहनें रो रही हैं, उनकी बेटियां कह रही हैं कि हमारे पिता ने आत्महत्या कर ली है। संतोष देशमुख की बेटी कहती है कि मेरे पिता की हत्या का क्या हुआ? उद्धव ठाकरे ने सरकार से यह सवाल भी किया।
‘सोनू तुझे मेरे ऊपर भरोसा नहीं है क्या?’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा उद्धव ठाकरे और शरद पवार पर की गई एक टिप्पणी का जवाब देते हुए उन्होंने ‘सोनू तुझे मेरे ऊपर भरोसा नहीं है क्या?’ गाने की याद दिलाते हुए कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने दूसरा घर बसाया है क्या?
नागपुर में दंगा किसने भड़काया?
यह शोध का विषय है
उद्धव ठाकरे का हमला
नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय है। वहां ३० मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा होना है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का यह गढ़ है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की वह होम पिच है। वहां सांप्रदायिक दंगा हुआ। औरंगजेब की कब्र छत्रपति संभाजी नगर में है। महाराष्ट्र में उसका प्रभाव कहीं नहीं दिखा, लेकिन नागपुर में दंगा हुआ। विधानसभा सत्र चल रहा है और प्रधानमंत्री की नागपुर यात्रा निर्धारित है, ऐसे समय में नागपुर में दंगा किसने भड़काया, यह शोध का विषय है। ऐसा जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने किया।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि नागपुर दंगे में जिन्होंने महिला पुलिसकर्मियों पर हाथ उठाया, उनके हाथ काट दिए जाने चाहिए और अगर किसी ने जानबूझकर यह दंगा भड़काया है, तो उसे सख्त सजा दी जानी चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में जो चल रहा है, उस पर बात न करके पुराने विषयों को उछालकर दंगे भड़काए जा रहे हैं और अब जनता इससे तंग हो गई है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गलत है, जैसा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि जिसने औरंगजेब की कब्र का मुद्दा उठाया, उसे फटकारने वाले आरएसएस को हम धन्यवाद देते हैं। नागपुर में दंगा हुआ और उसी समय विधानसभा सत्र में भाजपा के विधायक नगर विकास विभाग और ठाणे मनपा में भ्रष्टाचार के मुद्दे उठा रहे हैं। तो यह दंगा किसका है, या यह महज एक संयोग है? उद्धव ठाकरे ने यह सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एक के बाद एक चीजें कर रही है, लेकिन इसमें भी वह विफल होती जा रही है।
भाजपा पर ही जहर पड़ रहा भारी
भाजपा ने कुछ आग लगाने वाले लोगों को शामिल किया है। दुर्भाग्य से विरोधी पक्ष को खत्म करने के लिए जिस जहर का फडणवीस ने इस्तेमाल करने की कोशिश की, वही जहर अब भाजपा को मार रहा है।
सत्ताधारियों पर मुट्ठीभर विरोधी भारी
उद्धव ठाकरे ने कहा कि सत्ताधारी ढेर सारे हैं और विरोधी पक्ष मुट्ठीभर, लेकिन यही मुट्ठीभर विरोधी पक्ष सत्ताधारियों पर भारी पड़ रहा है। जिस तरह से कामकाज जबरन चल रहा है, वह लोकतंत्र के मूल्यों का अवमूल्यन करने वाला है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के रूप में अभिभाषण करने वाले राज्यपाल को ऐसे सत्ताधारियों का कान पड़कर जवाब मांगना चाहिए। यह भी उनकी जिम्मेदारी है। उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि बहुमत वाली सरकार सत्ता में आने के बाद ऐसा लगा था राज्य में मौजूद समस्याएं हल होंगी, किसानों का कर्ज माफ होगा, लाडली बहनों को तुरंत २,१०० रुपए मिलने लगेंगे, बलात्कार, भ्रष्टाचार रुकेंगे, लेकिन राज्य में ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा।