फिरोज खान / मुंबई
महानगर की कानून व्यवस्था संकट में है। मुंबई में दिनों-दिन आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है और गृह मंत्री का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सरकार में शामिल दोनों गुटों के साथ संतुलन साधने से ही फुर्सत नहीं है। दोनों गुटों के साथ रूठने-मनाने में काफी वक्त बर्बाद हो रहा है। गृह मंत्रालय की निष्क्रियता के कारण ही अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। मारपीट, रेप व हत्या की घटनाएं तो हो ही रही हैं, अब मुंबई में छोटे बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। मुंबई में एक ही रात में उपनगरों से तीन बच्चों के गायब होने से अन्य बच्चों के माता-पिताओं के साथ ही पूरे क्षेत्र में दहशत पैâल गई है। मिली जानकारी के अनुसार, उपनगर बोरीवली से दो बच्चे, जबकि गोरेगांव से एक बच्चा गायब हुआ है। गत मंगलवार की रात बोरीवली और गोरेगांव से ये बच्चे गायब हुए हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि तीनों बच्चे बच्चा तस्करों के हाथ लग गए हैं।
५ साल का लड़का गायब
गोरेगांव-पूर्व में रहनेवाली मीनाक्षी कृष्णा गुप्ता नाम की महिला ने बताया कि मंगलवार शाम ७ बजे के आसपास उनका ५ साल का बेटा गायब हो गया। देर रात तक बच्चे को ढूंढ़ने की कोशिश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।
मंगलवार की काली रात
मंगलवार की काली रात में ये घटनाएं घटी हैं। रात नौ बजे के करीब बोरीवली-पूर्व से दो बच्चे गायब हो गए। इसके अलावा गोरेगांव से एक बच्चा गायब हुआ।
घर के बाहर से उठाया
बोरीवली-पूर्व में रहनेवाली सोनी राजू यादव ने बताया कि उनका ७ साल का ओंकार नाम का बेटा अचानक गायब हो गया। सोनी के मुताबिक, उनका बेटा घर के बाहर खेल रहा था, वहीं से वह अचानक गायब हो गया।
मुंबई में एक्टिव हुआ
बच्चा चोर गिरोह!
मुंबई में बच्चा चोर गिरोह अचानक एक्टिव हो चुका है। एक रात में ही तीन बच्चों के गायब होने से दहशत का माहौल है। बोरीवली से दो और गोरेगांव से एक ही रात में तीन बच्चे गायब हो गए।
बोरीवली में रहनेवाले लक्ष्मण राठौड़ का बेटा गायब हो गया। उनके बेटे की उम्र ८ साल है। लक्ष्मण राठौड़ बताते हैं कि उनका ८ साल का बेटा दिनेश मंगलवार रात से गायब है। उन्होंने कई जगहों पर बेटे का पता लगाने की कोशिश की, पर उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा है। परिजनों ने बच्चे के गायब होने की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी है। स्थानीय लोगों को आशंका है कि तीनों बच्चे बच्चा तस्कर गिरोह के शिकार हो गए हैं। बता दें कि हाल ही में माटुंगा पुलिस ने नवजात बच्चा चुरानेवाले एक गिरोह को पकड़ा था। महिलाओं का यह गिरोह मुंबई, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में बच्चों की सौदेबाजी करता था।
सवालों के घेरे में गृह विभाग
मुख्यमंत्री के साथ ही गृह मंत्रालय का भी प्रभार देवेंद्र फडणवीस ने ही संभाल रखा है। उन्हें सरकार में शामिल दोनों गुटों के बार-बार नाराज होनेवाले नेताओं को भी मनाना पड़ रहा है। ऐसे में वे पुलिस प्रशासन पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। यही कारण है कि प्रशासन ढीला है और इसका फायदा उठाकर अपराधी अपराध को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं।
स्कूलों में महिलाओं का शोषण!
दो सालों तक सोता रहा गृह मंत्रालय
महायुति सरकार के शासन में लड़कियां व महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। पिछले तीन महीने में महिलाओं पर शोषण के कई मामले सामने आए हैं। अब तो स्कूलों में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं। पुलिस में शिकायत होने के बावजूद दो साल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब अल्पसंख्यक विभाग ने २२ स्कूलों की मान्यता रद्द करने का आदेश दिया है।