मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
एसजीपीजीआई लखनऊ के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. प्रवीर राय को भारत की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी सोसायटी के संयुक्त सचिव के रूप में चुना गया है। इसकी घोषणा हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित एंडोकॉन 24 सम्मेलन में घोषित किया गया था।
सोसायटी का यह मिशन रोगी की देखभाल में उत्कृष्टता को बढ़ावा देकर, अत्याधुनिक अनुसंधान को आगे बढ़ाकर, पेशेवरों के लिए अद्वितीय शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करके, देश भर में बेहतर पाचन स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित करके भारत में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी को बढ़ाना है। डॉ. प्रवीर राय उन्नत एंडोस्कोपिक प्रक्रियाओं में अग्रणी हैं। वह पहले से ही एशियाई एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड समूह के सदस्य हैं। डॉ. राय ने कहा कि वह भारत के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपिस्ट के हित के लिए काम करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि एंडोस्कोपी कराने वाले मरीजों की देखभाल सर्वोत्तम हो। इससे सभी एंडोस्कोपिक प्रक्रियाओं के लिए एसजीपीजीआई लखनऊ आने वाले मरीजों की देखभाल में और वृद्धि होगी।
बता दें कि जब लखनऊ एसजीपीजीआई में डॉ. प्रवीर राय ने गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के नए विभागाध्यक्ष का कार्यभार संभाला था, तब उन्होंने यह कहा था कि पेट की तमाम दिक्कतों का उपचार बिना सर्जरी संभव है। इसके लिए इंडोस्कोपी को आधुनिक बनाने की जरूरत है। उनके लगन और कठिन परिश्रम को देखते हुए संस्थान निदेशक डॉ. आरके धीमन ने इस दिशा में आवश्यक उपकरण व संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। पीजीआई लखनऊ पर पूरे उत्तर भारत के मरीजों का लोड रहता है। इंडोस्कोपी में डे केयर के संचालित 15 बेड पर मरीजों को 24 घंटे इलाज मुहैया कराने का प्रयास होगा, ताकि यहां पर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सके। यह 15 बेड बढ़ने से विभाग में बेडों की संख्या 75 हो जाएगी।