– छोटी गाड़ियों को उठा ले जाते हैं जबरन
– बाइक छुड़वाने के लिए करते हैं तोड़पानी
सामना संवाददाता / ठाणे
मुंब्रा की सड़कों पर अवैध रूप से खड़ी की जाने वाली गाड़ियों पर अंकुश लगाने के लिए शहर में टोइंग (टोचन) वाहनों की तैनाती की गई है, लेकिन यही टोइंग वाहन अब आम चालकों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। इनसे परेशान नागरिकों का कहना है कि ये टोइंग वाले सड़क पर अवैध रूप से खड़े बड़े वाहनों, वीआईपी नंबर प्लेट वाली कारों और काले शीशे वाली गाड़ियों को हाथ नहीं लगाते, ये सिर्फ दो पहिया वाहनों पर ही अपनी तानाशाही दिखाते हैं, जिससे ट्रैफिक विभाग के विरुद्ध लोगों में गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है, जबकि यह सारा काम ठेके पर किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि जुर्माना के नाम पर टोइंग वाले जम कर तोड़पानी भी करते हैं।
नागरिकों का कहना है कि अगर दवा लेने के लिए मेडिकल की दुकान पर दो मिनट के लिए जाओ तो ये लोग वाहन उठा लेते हैं, अगर वाहन मालिक आ जाए तो टोइंग वाले गुंडागर्दी दिखाते हैं। ये लोग वाहन छोंड़ने के लिए पैसों की डिमांड करते हैं। ये पैसे इनकी जेब में जाते हैं। इस बारे में एक वरिष्ठ पत्रकार आजम खान का कहना है कि कार्रवाई सभी पर होनी चाहिए, फिर वह चाहे दो पहिया वाहन हो या चार पहिया। उनका कहना है कि बस स्टॉप के सामने खड़ी ठेला गाड़ियों और कार पर कार्रवाई नहीं होती, लेकिन दो पहिया वाहनों को फुटपाथ पर या बैंक के कंपाउंड में जाकर उठा लिया जाता है। यह तो सरासर दादागीरी है? वहीं इस संबंध में मुंब्रा ट्रैफिक के वरिष्ठ निरीक्षक भरत चौधरी ने बताया कि हम कार्रवाई करते समय किसी किस्म का भेदभाव नहीं करते। टोइंग वालों को सख्त वार्निंग दी गई है कि कोई नागरिक परेशान न होने पाए। किसी भी टोइंग वालों के विरुद्ध किसी किस्म की शिकायत मिलने पर हम उस पर एक्शन लेते हैं।