सामना संवाददाता / मुंबई
एक कहावत है कि मुंबई में खुदाई कभी बंद नहीं होती। मुंबई में हमेशा कहीं न कहीं खुदाई शुरू रहती है, लेकिन इस खुदाई से अब लोगों को बहुत ज्यादा दिक्कतें होने लगी हैं। वाहनों का तो छोड़िए, अब सड़कों पर मुंबईकरों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। हालत यह हो गई है कि ‘इधर खुदा उधर खुदा, मुंबईकर को भी पता नहीं कि ‘ईडी’ २.० के प्रशासन ने कहां-कहां सड़कें खोद रखी हैं। ऐसे में लोग अब जमकर अपना गुस्सा प्रशासन पर प्रकट कर रहे हैं।
कोलाबा और फोर्ट जैसे इलाके हों या बांद्रा, अंधेरी, चारकोप, जुहू, भांडुप और बोरीवली जैसे उपनगर, हर जगह मुख्य और साइड सड़कें विभिन्न कामों के लिए खोदी गई हैं। इनमें मनपा के विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही सड़क कंक्रीटीकरण जैसी परियोजनाएं भी शामिल हैं।
एक साल से खुदी हुई हैं कई सड़कें!
मुंबई में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक हर जगह सड़कें खुदी पड़ी हैं। हालत यह है कि वाहन चालक तो परेशान हैं ही, पैदल चलनेवाले राहगीरों को भी तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन के पास कोई प्लानिंग नहीं है। कई सड़कें एक साल से खुदी पड़ी हैं। इस कारण मुबईकरों में तीव्र नाराजगी है।
मुंबईकर सुमित जैन का कहना है कि ठेकेदारों को दिए गए लंबे समय और काम में जल्दीबाजी न दिखाने की वजह से समस्याएं बढ़ गई हैं। कई सड़कों के हिस्से पूरे साल या उससे भी ज्यादा समय तक खुदे पड़े रहते हैं। कोई वैकल्पिक मार्ग न होने से स्कूल बसें और बेस्ट बसें ब्लॉक की गई सड़कों की तरफ घुस जाती हैं, जिससे और अधिक ट्रैफिक की अराजकता पैदा हो जाती है। इन सड़क ब्लॉक्स के कारण लोगों में झगड़े तक हो रहे हैं।
बेतरतीब खुदी सड़कों के कारण लोगों में तीव्र नाराजगी है। बांद्रा जॉगर्स पार्क के पास रहने वाले वैâस फतेही ने सवाल उठाया कि कोई भी प्लानिंग सभी विभाग मिलकर एक साथ होकर क्यों नहीं करते हैं। मुंबईकर इस अव्यवस्था को क्यों सहें? मनपा को सही सलाहकारों को नियुक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनपा को सही तरीके से प्लानिंग करना चाहिए। जैसे हर इमारत के लिए सीवरेज का एक डिस्कनेक्टिंग चेंबर होता है।
बुनियादी ढांचे में गड़बड़ी
प्रशासन का हाल ऐसा है कि बुनियादी ढांचे की लाइनों का लेआउट भी सीधा नहीं है। यही वजह है कि नागरिकों को मनपा की अव्यवस्था की कीमत चुकानी पड़ रही है।
पद यात्रियों के लिए जगह नहीं
विकास के नाम पर होने वाली इस खुदाई का नतीजा है कि मोटर चालकों को सड़कों पर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और पैदल चलने वालों के लिए भी जगह नहीं बची है।
लगातार ट्रैफिक जाम
महायुति की सरकार दुबारा आ चुकी है, लेकिन मुंबईकरों को ट्रैफिक की समस्या से निजात नहीं मिल रही है। मुंबई में जगह-जगह खुदाई से लगातार ट्रैफिक जाम हो रहा है।