मुख्यपृष्ठनए समाचारचुनाव के कारण बांझ दंपतियों को लगा झटका और फटका!

चुनाव के कारण बांझ दंपतियों को लगा झटका और फटका!

-‘केईएम’ में आईवीएफ सेंटर का काम रुका…उपकरण खरीदी प्रक्रिया ठप

सामना संवाददाता / मुंबई

आर्थिक रूप से कमजोर बांझ दंपतियों को संतान का सुख दिलाने के उद्देश्य से केईएम अस्पताल में कृत्रिम गर्भाधान केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया गया, लेकिन लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई। ऐसे में चुनाव के फटके से आईवीएफ का कार्य लटक गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कृत्रिम गर्भाधान केंद्र के लिए आवश्यक सामग्रियों की खरीददारी की प्रक्रिया आचार संहिता के चलते रोक दी गई है। इससे बांझपन के शिकार दंपत्तियों को झटका लगा है।
उल्लेखनीय है कि शादी के वर्षों बाद भी कई जोड़े माता-पिता नहीं बन पाते हैं। इस बीच संतान प्राप्ति के लिए हर संभव इलाज भी करवाते हैं। लेकिन उन्हें संतान की प्राप्ति नहीं होती है। हालांकि, कृत्रिम गर्भाधान केंद्र ऐसे जोड़ों के लिए वरदान हैं। लेकिन इन केंद्रों पर इलाज और दवाओं का खर्च आम लोगों की पहुंच से बाहर है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मुंबई मनपा के केईएम अस्पताल में आईवीएफ सेंटर शुरू किया जा रहा है। इसके लिए उपकरणों और अन्य वस्तुओं की खरीददारी करने की तैयारी चल ही रही थी कि तभी लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो गई। उसके बाद से ही काम शिथिल हो गया। अस्पताल प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद फिर से इस प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
लाई गई हैं दो मशीनें
अस्पताल प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि इसके लिए अस्पताल के पूर्व छात्र दंपति डॉ.अनिरुद्ध मालपानी और डॉ. अंजलि मालपानी ने पहल की है। इस केंद्र के लिए दो मशीनें लाई गई है, साथ ही आवश्यक उपकरणों की खरीदारी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। लेकिन आचार संहिता के चलते खरीद प्रक्रिया ठंडी पड़ गई है। इतना ही नहीं कृत्रिम गर्भाधान केंद्र का काम भी ठंडा पड़ गया है।

अन्य समाचार