सामना संवाददाता / मुंबई
परभणी जिले में कल आगजनी और हिंसा फैल गई। राज्य में सरकार बने एक सप्ताह हो चुका है, पर मंत्रालय बंटवारे के आपसी झगड़े में प्रशासन ठप पड़ा है। राज्य में गृह मंत्रालय को लेकर शिंदे गुट और भाजपा के बीच पंगा चल रहा है। इसी का नतीजा है कि परभणी में कल दंगा फैल गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, वहां कुछ उपद्रवी तत्वों ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान का अपमान किया। इससे लोग नाराज हो गए। आंबेडकर और संविधान के अपमान के बाद लोग भड़क गए। देखते ही देखते मामला तोड़फोड़ तक पहुंच गया। लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की। नाराज भीड़ ने इलाके में कई जगह आगजनी की। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
इस मामले में कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक यशवंत काले ने कहा कि बुधवार दोपहर करीब एक बजे एक दुकान के बाहर पाइपों में आग लगा दी गई। भीड़ के हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लोगों को तितर-बितर किया। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि पुलिस को पता लगाना चाहिए कि तोड़फोड़ की घटना के पीछे कौन था? स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के वासमत इलाके में भी बंद रहा। परभणी के डीएम रघुनाथ खांडू गावड़े ने कहा कि पुलिस प्रशासन सड़क पर है। हमने अतिरिक्त पुलिस बुला ली है इसलिए मैं सभी से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करता हूं।