सगीर अंसारी / मुंबई
एक छोटे राज्य के बराबर बजट रखने वाली मुंबई महानगरपालिका के अधीन चलने वाले दवाखाने का बकाया बिल न भरने के कारण अडानी इलेक्ट्रिक द्वारा बिजली आपूर्ति काटने की वजह से दवाखाने में मौजूद डॉक्टर व दूसरे कर्मचारियों के साथ इलाज करने के लिए दवाखाने में आने वाले मरीजों को भी इस भीषण गर्मी के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गोवंडी जैसे स्लम क्षेत्र में गरीबी रेखा के नीचे जिंदगी यापन करने वाले ज्यादा लोग हैं और यही वजह है कि यहां के लोग चंद पैसे बचाने व अच्छे इलाज के लिए सरकारी दवाखाना जाना पसंद करते हैं। लेकिन यहां भी गरीबी इनका पीछा नहीं छोड़ती नजर आ रही है। दरअसल, इस भीषण गर्मी के मौसम में जहां एक ओर दिन के समय में घरों से बाहर निकलना लोगों का मुश्किल होता है, वहीं दूसरी ओर इन जैसे लोग कमलारामन नगर क्षेत्र में चलने वाले सरकारी दवाखाने में बिजली आपूर्ति कटने के बाद बिना पंखे के घंटों पसीने में तर-बतर होकर खड़े रहने को मजबूर हैं। इस क्षेत्र में रहने वाले एक समाजसेवी शमशाद खान के अनुसार, मनपा द्वारा पिछले कई महीनों का बकाया बिजली का बिल न भरने की वजह से अडानी इलेक्ट्रिसिटी के कर्मियों ने दवाखाने की बिजली आपूर्ति खंडित कर दी है।
उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी दवाखाने की बिजली आपूर्ति खंडित की जा चुकी है। शमशाद खान का कहना है कि मनपा के संबंधित विभाग से इसकी शिकायत करने के बावजूद किसी तरह का कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। वहीं इस दवाखाने में अपना इलाज करने के लिए आने वाले मुन्ना भाई नाम के शख्स ने बताया कि अस्पताल के अंदर बिजली न होने के चलते जहां एक तरफ डॉक्टर को इलाज करने में दिक्कत हो रही है, वहीं हम जैसे दर्जनों मरीज बिना पंखे के घंटों लाइन लगाकर खड़े रहने पर मजबूर हैं। खासकर दवाखाने में आने वाली महिलाओं व छोटे बच्चों तथा ज्यादा तकलीफ वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।