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सरकार की नाकामी से ११वीं के ७२,२०० छात्रों का भविष्य अधर में! …पर्याप्त जानकारी के अभाव में दाखिला लेने से चूके

हाल ही में जारी मेरिट लिस्ट में १,३०,६५० छात्रों को कॉलेज अलॉट हुए थे। लेकिन इनमें से केवल ५७,४५० छात्रों ने ही विभिन्न अलॉट हुए कॉलेजों में दाखिला लिया। इसमें ५५,६५५ छात्रों को फर्स्ट च्वाइस का कॉलेज अलॉट हुआ था।’

धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
सरकार की नाकामी से ११वीं के ७२,२०० छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है, क्योंकि इन छात्रों ने पहली मेरिट लिस्ट में नाम आने के बावजूद एडमिशन नहीं लिया है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि फर्स्ट च्वॉइस के कॉलेजों के अलॉट होने के बाद भी इन छात्रों ने दाखिला नहीं लिया। ऐसे में इन छात्रों को दूसरी सूची में मौका नहीं मिलेगा। बताया जा रहा है कि पर्याप्त जानकारी के अभाव में ये सभी छात्र दाखिला लेने से चूक गए हैं।
उल्लेखनीय है कि १०वीं की परीक्षा में पास हुए छात्रों ने ११वीं में दाखिला लेने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरा था। हाल ही में जारी मेरिट लिस्ट में १,३०,६५० छात्रों को कॉलेज अलॉट हुए थे। लेकिन इनमें से केवल ५७,४५० छात्रों ने ही विभिन्न अलॉट हुए कॉलेजों में दाखिला लिया। इसमें ५५,६५५ छात्रों को फर्स्ट च्वॉइस का कॉलेज अलॉट हुआ था, जिसमें से ४१,७०१ छात्रों ने दाखिला ले लिया। लेकिन पर्याप्त जानकारी के अभाव में १३,९५४ छात्र एडमिशन लेने से चूक गए। ऐसे में साफ तौर पर कहा गया है कि इन छात्रों को दूसरी सूची में मौका नहीं मिलेगा।

११वीं में दाखिले को लेकर छात्र अनभिज्ञ
बहुत से छात्रों का ११वीं में दाखिला लटक गया है। पहली मेरिट लिस्ट के मुताबिक २४१ छात्रों ने दाखिला लेने से इनकार किया है, जबकि २१६ का एडमिशन ही रद्द हो गया है। इस तरह ७२,७४३ छात्र एडमिशन लेने के लिए कॉलेजों में गए ही नहीं। बताया गया है कि ११वीं में दाखिले को लेकर छात्र अनभिज्ञ हैं।
इसका मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि शिंदे सरकार के अधीन काम कर रहा शिक्षा विभाग एडमिशन को लेकर छात्रों में पर्याप्त जानकारी नहीं पहुंचा पा रहा है। ऐसे में उनमें कई तरह के भ्रम की स्थिति दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं, वे इस बारे में अनभिज्ञ भी हैं।
बता दें कि ११वीं के ऑनलाइन दाखिले के लिए तीन नियमित राउंड होंगे। तीसरी लिस्ट आखिरी राउंड है और उसके बाद स्पेशल राउंड के जरिए दाखिले होंगे। मुंबई के कई प्रतिष्ठित कॉलेजों में सीटें दाखिले के पहले तीन राउंड में ही भर जाती हैं इसलिए छात्रों को दूसरी सूची में प्रवेश अस्वीकार करते समय सोच-समझकर निर्णय लेना होगा।

…तो अयोग्य घोषित हो जाएंगे छात्र
दूसरी मेरिट लिस्ट पहली पसंद के कॉलेज में दाखिला न लेनेवाले और एडमिशन लेने के बाद उसे रद्द करनेवाले छात्रों को भारी पड़ सकती है। कहा गया है कि इस तरह के छात्रों को प्रवेश के अगले दौर के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा इसलिए दूसरी सूची में प्रवेश से वंचित छात्रों को तीसरी सूची में प्रवेश पाने का मौका नहीं मिलेगा। इन छात्रों को विशेष प्रवेश दौर पर निर्भर रहना होगा।

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