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ई-केवाईसी का सर्वर डाउन राज्य के ढाई करोड़ राशनकार्ड धारकों पर मंडराया संकट! …३१ दिसंबर तक बढ़ाई गई है आखिरी तारीख

– मंत्री के न होने से काम है ठप
सुनील ओसवाल / मुंबई
राज्य में चुनावी नतीजे आए १७ दिन हो चुके हैं, पर ‘ईडी’ २.० सरकार अभी तक पटरी पर नहीं हुई है। किसी तरह सिर्फ सीएम और दो डीसीएम ने शपथ ली है पर महायुति के घटक दलों के आपसी झगड़े में बाकी मंत्रियों का अभी तक अता-पता नहीं है। इस कारण राज्य के करोड़ों राशन कार्ड धारकों पर संकट मंडरा रहा है।
दरअसल, इन सभी कार्ड धारकों का ई-केवाईसी होना है। इसकी आखिरी तारीख ३१ अक्टूबर थी। चुनाव के कारण प्रशासन ठप था इसलिए अंतिम तारीख बढ़ाकर ३१ दिसंबर कर दी गई है। मगर किसी मंत्री के न होने के साथ ही ई-केवाईसी के सर्वर के डाउन होने से ई-केवाईसी का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। ऐसे में चिंता इस बात की है जिन गरीबों का ई-केवाईसी नहीं हुआ है, उनका क्या होगा? क्या ३१ दिसंबर के बाद उन्हें राशन मिल पाएगा?

अभी तक कितने ई-केवाईसी हुए?
-सरकार के पास नहीं है कोई जानकारी

सरकार ने कुछ महीने पहले नारंगी, सफेद और पीले राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी दिशानिर्देश लागू किए थे। अब तक ई-केवाईसी प्रक्रिया की तारीख को दो बार बढ़ाई जा चुकी है।

राज्य में राशन कार्ड धारकों के लिए ३१ दिसंबर २०२४ तक ई-केवाईसी करना अनिवार्य है। चूंकि राज्य के कई जिलों में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सर्वर डाउन हैं इसलिए यह एक बड़ी चिंता की बात है कि क्या करोड़ों राशन कार्ड धारकों का केवाईसी पूरा हो पाएगा या नहीं? कहीं इस कारण राशन कार्ड धारक मुफ्त अनाज से वंचित तो नहीं रह जाएंगे? मजे की बात है कि राज्य के करीब ढाई करोड़ राशन कार्ड धारकों में अभी तक कितनों का ई-केवाईसी हुआ है, सरकार के पास इस बात की कोई जानकारी नहीं है।
बता दें कि राज्य में प्रत्येक राशन कार्ड धारक के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि, यह काम धीमी गति से चल रहा है क्योंकि राज्य के कई जिलों में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सर्वर डाउन हैं, वहीं राशन दुकानों के बाहर मुफ्त राशन के लिए कार्ड धारकों की कतारें देखी जा रही हैं। सरकारी पोर्टल पर जानकारी दी गई है कि राज्य में पीला, केसरिया, किसान, अन्नपूर्णा, सफेद जैसे २ करोड़ ४७ लाख ४१ हजार ७६४ राशन कार्ड धारक हैं। इनमें से कितने कार्डधारकों ने ई-केवाईसी पूरी कर ली है, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। विधानसभा चुनाव के कारण प्रशासन ने इस काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, जिसका दुष्परिणाम सामने आ रहा है। बता दें कि राशन कार्ड में नामित प्रत्येक परिवार के सदस्य को ई-केवाईसी सत्यापन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। सरकार ने कुछ महीने पहले नारंगी, सफेद और पीले राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी दिशानिर्देश लागू किए थे। अब तक ई-केवाईसी प्रक्रिया की तारीख दो बार बढ़ाई जा चुकी है।

४-जी ई-पॉस मशीनों से हो रही ई-केवाईसी
यदि राशन कार्ड की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, तो इलाके के राशन दुकानों में ४-जी ई-पॉस मशीनों के माध्यम से ई-केवाईसी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। लाभार्थी का आधार कार्ड नंबर दर्ज करने के बाद लाभार्थियों की उंगलियों के निशान और आंखों को स्वैâन करके ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी की जाती है, लेकिन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग का सर्वर डाउन होने से नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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