-गिरीश महाजन को सीएम की हरी झंडी
-शाह लेंगे अंतिम निर्णय
सामना संवाददाता / मुंबई
रायगड और नासिक जिले में अब तक महायुति सरकार पालकमंत्री घोषित नहीं कर पाई है। इन दोनों जिलों में पालकमंत्री पद को लेकर विवाद है। रायगड में शिंदे गुट और अजीत पवार गुट में तो नासिक में भाजपा और शिंदे गुट में जोरदार टकराव देखने को मिल रहा है। अब खबर आ रही है कि रायगड तो बाद में होगा पहले नासिक पर फैसला जरूरी है, क्योंकि अगले साल नासिक में कुंभ मेला लगने वाला है। इसे यूपी के कुंभ मेला की तर्ज पर विशाल बनाना है और इससे आर्थिक और राजनीतिक दोनों कमाई करनी है। इसके लिए नासिक जिले का पालकमंत्री पद शिंदे गुट को भाजपा नहीं देना चाहती है। दरअसल, भाजपा और शिंदे गुट में कुंभ मेले की कमाई को लेकर पालकमंत्री पद की लड़ाई शुरू है।
सूत्रों के मुताबिक, रायगड के पालकमंत्री पद को लेकर बनी स्थिति के कारण नासिक का निर्णय भी अटका हुआ है। जब तक नासिक का निर्णय नहीं होता तब तक रायगड के पालक मंत्री पर फैसला लटका रहेगा। सूत्रों के अनुसार यदि रायगड का पालकमंत्री पद अजीत गुट के पास ही रहता है, तो शिंदे गुट नासिक पर दावा नहीं छोड़ेगा। ऐसे में यदि रायगड शिंदे गुट को दिया जाता है तो नासिक भाजपा को आसानी से मिल सकता है।
बता दें कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने १८ जनवरी को पालकमंत्रियों की सूची घोषित की थी। इस सूची में नाशिक जिले के लिए भाजपा से गिरीश महाजन और रायगड के लिए अजीत पवार गुट से अदिती तटकरे का नाम सामने आया था। लेकिन जैसे ही इन दोनों नामों की घोषणा हुई, शिंदे गुट के मंत्री भरत गोगावले के समर्थक मुंबई-गोवा महामार्ग पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करते हुए रास्ता रोको आंदोलन किया। नासिक में भी मंत्री दादा भुसे के समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की। इसके चलते सिर्फ एक दिन के भीतर ही नासिक और रायगड के पालकमंत्री पद के निर्णय पर स्थगन लगा दिया गया। अब जब कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महाराष्ट्र दौरे पर आए थे। उनके दौरे के बाद से यह उम्मीद जताई जा रही थी कि नासिक और रायगड के पालकमंत्री पद का गतिरोध सुलझ जाएगा।
नासिक में फंसा है पेंच
नासिक के पालकमंत्री पद के लिए तीन नामों की चर्चा है। अजीत गुट से माणिकराव कोकाटे, शिंदे गुट से दादा भुसे और भाजपा से गिरीश महाजन का नाम आगे चल रहा है। अब माणिकराव कोकाटे के विवादित बयानों और हाउसिंग घोटाले को लेकर चल रही कानूनी प्रक्रिया के चलते उनका नाम भी लगभग कट गया है। ऐसे में गिरीश महाजन का नाम लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन दादा भुसे, जो पहले नासिक के पालकमंत्री रह चुके हैं, वे अपनी दावेदारी नहीं छोड़ रहे हैं। वे फिलहाल शिक्षामंत्री हैं। उन्होंने शुरुआत में नासिक के पालकमंत्री पद पर दावा ठोका था।