सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा राज में मुंबई और महाराष्ट्र समेत पूरा देश पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा है। अब मुंबईकरों के सफर पर ‘ईडी’ २.० सरकार की ‘नजर’ है। सरकार जनता पर एक बार फिर से महंगाई का बम फोड़ने की तैयारी कर रही है। बताया गया है कि ‘ईडी’ सरकार ने रिक्शा, टैक्सी और एसटी के किराए में वृद्धि करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिस पर अगले माह अथवा मनपा चुनाव के बाद मुहर लग सकती है। ऐसे में मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र की जनता को आनेवाले समय में महंगे सफर का सामना करना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद एक्शन मोड पर आई महायुति सरकार ने अब यात्री किराए में भी बढ़ोतरी करने का पैâसला किया है। इसके मुताबिक रिक्शा, टैक्सी, एसटी और अन्य शहरों में दौड़नेवाली स्थानीय सार्वजनिक बसों के किराए में १५ फीसदी वृद्धि की जाएगी।
रिक्शा २, टैक्सी ४ रुपए हो सकता है महंगा
आनेवाले दिनों में मुंबई में टैक्सी और रिक्शे की सवारी महंगी हो सकती है। रिक्शा का किराया २ रुपए और टैक्सी का किराया ४ रुपए महंगा हो सकता है। मुंबई टैक्सीमेंस यूनियन के महासचिव एएल क्वॉड्रोस ने कहा कि टैक्सी का मौजूदा किराया २८ रुपए है। सीएनजी की कीमत बढ़ने से टैक्सी के किराए में चार रुपए की वृद्धि का प्रस्ताव परिवहन विभाग को दिया गया है। मुंबई महानगर प्रदेश यातायात प्राधिकरण की बैठक में यह पैâसला होगा। महाराष्ट्र रिक्शा चालक संगठन के महासचिव राजेंद्र देसाई ने कहा कि कोरोना काल में हुए नुकसान को अभी तक पाटा नहीं जा सका है इसलिए रिक्शे के किराए में दो रुपए की बढ़ोतरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रिक्शा-टैक्सी के रखरखाव और मरम्मत का खर्च भी बढ़ा है इसलिए खटुआ समिति की शिफारिश के आधार पर किराए में दो रुपए की वृद्धि होनी चाहिए।
किराए का फार्मूला
रिक्शा, टैक्सी किराया बढ़ोतरी के लिए र्इंधन की दर और प्रति किमी आनेवाले खर्च, रखरखाव खर्च, नए रिक्शे व टैक्सी की कीमत, वार्षिक गिरावट, वार्षिक बीमा, मोटर वाहन टैक्स, वार्षिक लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क, लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क, उपजीविका खर्च को ध्यान में रखते हुए किराए की दर तय की जाती है।
एसटी में १२.३६ ³ वृद्धि का प्रस्ताव
लालपरी सुचारू रूप से चलाने के लिए एसटी महामंडल ने नवंबर २०२३ में राज्य सरकार के पास १२.३६ फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव तैयार कर भेजा था। हालांकि, लोकसभा चुनाव के चलते इस प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया गया। उसके बाद फिर से नवंबर २०२४ में फिर से १४.९५ फीसदी किराया वृद्धि का प्रस्ताव भेजा गया था।
` ५ बढ़ सकता है बस का किराया
सरकार के इस पैâसले से रिक्शा और टैक्सी के किराए बढ़ जाएंगे, जबकि बसों के टिकट की दर में एक से पांच रुपए की वृद्धि होगी। दूसरी तरफ विभिन्न संगठनों का कहना है कि पिछले दो सालों में किराए में बढ़ोतरी नहीं हुई है, जबकि र्इंधन के दाम लगातार बढ़ते रहे हैं।
शिंदे काल में भी बढ़ा था किराया
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक की थी। उस बैठक में टैक्सी, रिक्शा और शहरी बस सेवाओं के टिकट मूल्यों के संबंध में भी निर्णय लेने के निर्देश दिए गए थे। दूसरी तरफ र्इंधन की बढ़ती कीमतों को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन सीएम एकनाथ शिंदे ने सितंबर २०२२ में रिक्शा और टैक्सियों के किराए में क्रमश: दो से तीन रुपए की वृद्धि की थी।