सामना संवाददाता / मुंबई
प्रफुल्ल पटेल के घर के एक हिस्से में ईडी ने ऑफिस खोल रखा है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के इस्तेमाल के कारण हमारे कई सहयोगी भाजपा के साथ चले गए, लेकिन मेरा साथ छोड़नेवालों को चुनाव खत्म होने के बाद फिर से जांच एंजेसियों की तफ्तीश का सामना करना पड़ेगा। इस तरह की चेतावनी राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने बगावत करके अजीत पवार गुट में शामिल हुए सहयोगियों को दी है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और पवार परिवार में फूट पड़ने के बाद से ही लोकसभा चुनाव शरद पवार और अजीत पवार के लिए प्रतिष्ठा बन गया है। इसी पृष्ठभूमि में शरद पवार ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अजीत पवार के साथ आए नेताओं को चुनाव के बाद संभावित कार्रवाई की चेतावनी दी है। शरद पवार ने कहा कि आपको प्रफुल्ल पटेल का मामला तो पता ही होगा। वे मुंबई के वर्ली इलाके में रहते हैं। उनका घर खूबसूरत है, लेकिन ईडी ने उनके घर का ज्यादातर हिस्सा अपने कब्जे में लेकर वहां अपना दफ्तर बना लिया है इसलिए कुछ लोग उस तरफ चले गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को स्वीकार किया हैं।
भाजपा के साथ जाने का नहीं था इरादा
शरद पवार ने आगे कहा कि भाजपा के साथ गए कुछ नेताओं ने मुझसे मुलाकात की। उन्होंने मुझे बताया कि किन परिस्थितियों में उन्हें यह पैâसला लेना पड़ा। उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है इसलिए उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी।