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शुरुआती बरसात में ही धंस गया आठ मीटर बांध का हिस्सा …गांवों पर बाढ़ का खतरा

मोतीलाल चौधरी / कुशीनगर
परोरही गांव के सामने बना बांध का पानी की धार रोकने का ठोकर नंबर-चार का आठ मीटर हिस्सा सोमवार को शुरुआती बरसात में ही धंस गया। जिसके चलते अगल-बगल के गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ठोकर की मरम्मत नहीं कराई गई तो मानसून के समय नदी के बढ़ते जलस्तर में बांध को नुकसान पहुंच सकता है।

मिली जानकारी के अनुसार अमवाखास तटबंध के परोरही गांव के सामने बड़ी गंडक नदी बांध से काफी नजदीक बह रही है। बांध को बचाने और पानी की धारा को दूसरी दिशा में मोड़ने के लिए ठोकर नंबर-चार बनाया गया है। नदी में जलस्तर की वृद्धि होने के बाद सोमवार को हल्की बारिश में ठोकर का आठ मीटर हिस्सा धंस गया। ठोकर धंसने के बाद नदी का दबाव अब मुख्य तटबंध पर बढ़ गया है। ठोकर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त होते ही नदी बांध के करीब से सटकर बह रही है। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना बाढ़ खंड विभाग को दे दी है। इसके बावजूद देर शाम तक विभागीय अधिकारी मौके पर नही पहुंचे। स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी बंधे की काफी नजदीक से होकर बह रही है। इससे मुख्य बांध पर संकट मंडराने लगा है। अगर यही हाल रहा तो बढ़ते जलस्तर में बांध को भी नदी नुकसान पहुंचा सकती है। बंधा टूटने के बाद कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे।

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