सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। कल मंगलवार (१५ अक्टूबर) को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉप्रâेंस करते हुए विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। राज्य की सभी २८८ सीटों पर एक चरण में २० नवंबर को वोटिंग और २३ नवंबर को नतीजे आएंगे। राजीव कुमार ने कहा कि महाराष्ट्र में कुल ९ करोड़ ६३ लाख वोटर्स हैं। इसमें ४.९७ करोड़ पुरुष, ४.६६ करोड़ महिला और १.८५ करोड़ युवा वोटर्स हैं। पहली बार २०.९३ लाख वोटर्स मतदान करेंगे। ८५ साल की उम्र से अधिक के मतदाता घर से वोट डाल पाएंगे।
आखिरकार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार, राज्य में २० नवंबर को एक चरण में चुनाव होंगे फिर २३ नवंबर को वोटों की गिनती होगी। इस चुनाव के लिए राज्य के १ लाख १८६ मतदान केंद्रों पर ९ करोड़ ५९ लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, इसमें १९.४८ लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार, महाराष्ट्र में २८८ निर्वाचन क्षेत्र हैं। इनमें से २५ निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं, जबकि २९ निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल २६ नवंबर को खत्म हो जाएगा। इसके मुताबिक, उससे पहले ही महाराष्ट्र में नई सरकार अस्तित्व में आ जाएगी। लोकसभा चुनाव में कई शिकायतें मिली थीं कि मुंबई समेत कई शहरों में मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर घंटों इंतजार करना पड़ा था इसलिए चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव में भीड़भाड़ वाले मतदान केंद्रों पर कुर्सियां मुहैया कराने की कोशिश कर रहा है। दिलचस्प बात यह है कि राजनीतिक दलों ने भी चुनाव आयोग से इस बात पर जोर दिया था।
४.६४ करोड़ हैं महिला वोटर
राज्य में कुल ९.५९ करोड़ मतदाता हैं, इनमें ४.५९ करोड़ पुरुष मतदाता और ४.६४ करोड़ महिला मतदाता हैं। इस बार महिला मतदाताओं की संख्या में २२ फीसदी की वृद्धि हुई है। महाराष्ट्र में थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या ५,९९७ और दिव्यांग मतदाताओं की संख्या ६.३२ लाख है, जो इनकी अधिक संख्या को दर्शा रही है। १८ से १९ वर्ष आयु वर्ग के पहली बार वोट देनेवाले मतदाताओं की संख्या १९.४८ लाख है। १२.४८ लाख मतदाता ८५ वर्ष या उससे अधिक आयु के, जबकि १०० या उससे अधिक उम्र के ४९,०३४ मतदाता हैं। दूसरी तरफ इस चुनाव में युवा मतदाताओं पर चुनाव आयोग की विशेष नजर रहेगी।
१.८६ लाख हैं मतदान केंद्र
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि शहरी क्षेत्रों में ५२,५८५ और ग्रामीण क्षेत्रों में ५७,६०१ समेत राज्य में कुल १.८६ लाख मतदान केंद्र हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन ९५० मतदाता होंगे। विशेष रूप से ३५० मतदान केंद्रों का प्रबंधन युवाओं द्वारा किया जाएगा।
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को करनी होगी घोषणा
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अपने दर्ज अपराधों का विज्ञापन स्थानीय समाचार पत्रों और समाचार चैनलों में तीन बार देना होगा। उस विज्ञापन में उनके खिलाफ क्या अपराध हैं? इसकी जानकारी देनी होगी। यह नियम राजनीतिक दलों पर भी लागू होगा। उन्होंने आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार को क्यों नामांकित किया? इसका उल्लेख करना होगा।